सत्रहवीं शताब्दी के तमिल ग्रन्थ है
नीति नेरी विळक्कम। कवि हैं श्री कुमरगुरुपरर।
ग्रन्थ का अर्थ है नैतिक ग्रंथों की व्याख्या।
नीति नेरी विळक्कम। कवि हैं श्री कुमरगुरुपरर।
ग्रन्थ का अर्थ है नैतिक ग्रंथों की व्याख्या।
தம்மின் மெலியாரை நோக்கித் தமதுடைமை
அம்மா பெரிதென் றகமகிழ்க - தம்மினும்
கற்றாரை நோக்கிக் கருத்தழிக கற்றதெல்லாம்
எற்றே யிவர்க்குநா மென்று.
भावार्थ :-
अपने से गरीब को देखकर समझ लो कि अपनी संपत्ति बड़ी है।
अपने से अधिक शिक्षित लोगों को देखकर मान लो कि
तुम अधिक शिक्षित नहीं हो।तुम्हारा ज्ञान अति कम है।
அம்மா பெரிதென் றகமகிழ்க - தம்மினும்
கற்றாரை நோக்கிக் கருத்தழிக கற்றதெல்லாம்
எற்றே யிவர்க்குநா மென்று.
भावार्थ :-
अपने से गरीब को देखकर समझ लो कि अपनी संपत्ति बड़ी है।
अपने से अधिक शिक्षित लोगों को देखकर मान लो कि
तुम अधिक शिक्षित नहीं हो।तुम्हारा ज्ञान अति कम है।
मतलब :-
अमीरों को देखकर दुखी होना सही नहीं है.
ज्ञानियों को देखकर अपने कम ज्ञान को बढ़ाने के विचार में लगना चाहिए।
अमीरों को देखकर दुखी होना सही नहीं है.
ज्ञानियों को देखकर अपने कम ज्ञान को बढ़ाने के विचार में लगना चाहिए।