भारत की भाषाओँ में संस्कृत और तमिल प्राचीनतम भाषाएँ हैं.
एक उत्तर की भाषा है तो दूसरी दक्षिण.देवनागरी वर्ण के जैसे तमिल में वर्गाक्षर नहीं हैं.
क(க) एक ही है .स्वर अक्षर में "ए" में "ओ" में ह्रस्व और दीर्घ हैं.
"ल" तमिल में तीन हैं.(ல,ள,ழ)."र" के दो रूप.ர.ற.
लिपियों के अंतर के कारण भाषा तमिल भारतीय अन्य भाषाओँ से अलग है.
हम देवनागरी लिपि द्वारा तमिल के बोलचाल सिखाना चाहते हैं.
आशा है,जो दक्षिण की यात्रा करना चाहते हैं, उनको उपयोगी होगा.
पाठकों की रायें स्वागत हैं.
पाठ-१
नमस्ते ==वणक्कम.
१.तुम आओ ==नी वा.
आप आइये = नींग वांग.(बोलचाल).नींग वारुंगळ.(लिखित)
क्या आप कुशल हैं ? नींग नलमा? या नींग सौक्यमा?
क्या तुम कुशल हो ?= नी नलमा? या नी सौक्यमा?
मैं कुशल हूँ?=नान नालं. नान सौक्यम .
आप के बेटे कैसे हैं?=उंगल मकनकळ एप्पडि उल्लनर?
वे भी सकुशल हैं.=अवर्कलुम मिक नलम.
अच्छा ,फिर मिलेंगे.- सरी,पिरकु संदिप्पोम.(பிறகு)/
नमस्ते -वणक्कम.
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