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जिंदगी के टेढ़े-मेढ़े रास्ते,
ऊंची चोटियाँ,पाताल ,
झील,सरोवर,जलप्रपात ,
सिखाते है ,जीवन कैसा?
सिवा मनुष्य के सभी .
प्राकृतिक रचनाएं,
परोपकारी,हर एक का विशेष गुण,
नीम कडुवा है तो नीम्बू खट्टा,
शेर आदमखोर है तो हाथी शाकाहारी;
केवल वे सोचते पेट-भरना,खुशी रहना;
पर मनुष्य स्वभाव हम जान्ने-पहचानने में
करते हैं गलतियां;गलतफहमियां।
भविष्य की चिंता में,पारिवारिक-सामाजिक
बंधन,रीतिरिवाज़ में ,
हम खोते हैं खुशियाँ अपनी;
वर्त्तमान की खुशी भविष्य की कल्पना ,
आचार-विचार,व्यवहार
आर्थिक कठिनाइयाँ ,
वैज्ञानिक सुख-साधन
तोड़ देता है आनंद-मंगल;
यही जीवन का सिद्धांत।
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