त्रिनेत्र शिव की प्रार्थना सुख प्रद;
तुलसी माला पहने विष्णु की प्रार्थना सुख प्रद
ब्रह्मा की स्तुति करना सुख प्रद.
भिक्षा लेकर भी विद्या-अध्ययन करना सुख प्रद.
शिक्षाविदों से मिलकर संभाषण करना सुख प्रद.
अति सुन्दर मोती -सी अर्द्धांगिनी की बात मानकर जीना सुख प्रद.
बड़े सज़्ज़नों के अधीन जीना सुख-प्रद.
संपन्न व्यक्ति का दान सुख प्रद.
सम विचारों की पत्नी से जीना सुखप्रद.
अशाश्वत जीवन की श्रेष्ठता मानकर सन्यास ग्रहण करना सुख प्रद.
No comments:
Post a Comment