Wednesday, December 18, 2019

संघर्ष

प्रणाम।
आजकल की परिस्थिति में
उपयुक्त  शीर्षक-संघर्ष।
दिनांक: 18-12.19
  मानव जीवन में
 संघर्ष  प्रधान।
संघर्ष की प्राथमिकता।
तभी कामयाबी  की चोटी।
रामावतार तो  साहित्य  जगत में
मुहावरा बना दिया --"राम कहानी सुनाना" ।
महाभारत  का संघर्ष  रिश्तों  का जलन।
भक्ति  का संघर्ष  रूप  -अरूप, मजहब
जाति संप्रदाय  सूचित -अनुसूचित जातियाँ अर्चना की भाषा। अहंकार ।
मनुष्य - मनुष्य  में  नफरत।
अहिंसा  का दफन।
इंसानियत को जलाना।
बचपन से जीवन पर्यंत  संघर्ष।
ब्रह्मचर्य  में  पढना-लिखना।
14साल से अंग परिवर्तन।
नये आकर्षण प्यार  एक पक्षीय
नयी भावनाएँ,नया तेज़।
मन का पक्षी अनंत
अपार असीम विचार।
परीक्षा  परिणाम  पढने का विषय।
नौकरी,शादी,संतान पालना।
जवानी  का संघर्ष,
प्रौढ़ावस्था  का संघर्ष।
बुढापे में  संघर्ष।
गरीबी में,अमीरी-गरीबी में
मान-अपमान-सम्मान का संघर्ष।
नश्वर शरीर में
जन्म  से मरण तक
संघर्ष  ही संघर्ष ।
आभूषण  साड़ियाँ चुनने में  संघर्ष।
तिलक लगाने में   छोटा या बढा।
स्टिक्कर या कुंकुम  कितना संघर्ष।
विष्णु  तिलक या शिव तिलक।
खाली माथा। तिलक के नमूने।
देखिए! साहब ! हर बात  में  संघर्ष।
शिक्षा  का माध्यम
  मातृभाषा  या अंग्रेज़ी संघर्ष।
  चिकित्सा  सरकारी  अस्पताल या निजी।
शव को जलाना  या दफनाना। (कबीर  का प्रसंग)
मानव संघर्ष  के विषय असीम।
चुनाव संघर्ष  ।
स्वरचित स्वचिंतक यस अनंतकृष्णन

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