आसेतु आम शब्द
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तमिऴ् हिंदी सेवा। नागरी लिपि सेवा
தமிழ் ஹிந்தி நாகரி எழுத்துப் பணி
धन --धनम्
मन -मनम्
शरीर--शरीरम्
मूर्ख --मूर्क्कन
शाला --शालै
ओर -ओरम्
कोण -- कोणम।
वीर --वीरम्
धीर -धीरम्
साहस -साहसम्
नगर -नगरम्
रोश --रोशम्
मान --मानम्
लक्ष्य -लक्ष्यम्
गगन =गगनम्
मेघ --मेघम्
गान -गाणम्
पाठ --पाडम्
विषय -विषयम्
दोष --दोषम्
गुण --गुणम्
कथा पात्र --कथा पात्तिरम्
नायक -नायकन।
नायिका -नायकि।
सवाल -सवाल।
वाद -वादम्
चर्चा -चर्च्चै।
तर्क -तर्क्कम।
सत्य -सत्तियम्
कोप --कोवम।
अपमान -अवमानम्
अन्याय =अनियायम्
विवाह --विवाहम्
देश देशम्
विवरण -विवरम्
निर्वाह -निर्वाकम्
मास -- मासम्
यों ही शाब्दिक एकता
भारत में आ सेतु हिमाचल।
विदेशियों के आने के बाद
खासकर अंग्रेजों ने
संस्कृत के स्थान को
अंग्रेज़ी में देने
जीविकोपार्जन को प्रधानता दी।
धन प्रधान जग के सामने
भाषा किस खेत की मूली।
ग्रीक लत्तीन संस्कृत पाली अपभ्रंश ।
१२५ साल की खड़ी बोली का अद्भुत विकास।
भाषा बहता नीर है।
धन प्रधान होने पर
भाई भाई को मारता है।
अशोक, औरंगजेब, आंभी, विभीषण इतिहास में असंख्य लोग।
ईसा आज ईश्वर का दूत्
तब सजा का पात्र।
यही ईश्वर की सूक्ष्मता
मानव बुद्धि किस काम की
सुनामी, कोराना भूकंप के सामने।
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एस. अनंत कृष्णन, चेन्नई तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक
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अवश्य = अवसियम्
शीघ्र - शीक्किरम्
वेग =वेगम्
बंद --बंद।
भक्ति ==भक्ति
मुक्ति = मुक्ति
शक्ति =शक्ति
परीक्षा =परिच्चै
इच्छा --इच्छै
विधि =विधि
निधि =निधि
परिवार ---परिवारम्
बुध = बुधन
शनिवार =शनिक्किऴमै।
अनेक = अनेकम्
विवेक --विवेकम्
दुख --दुक्खम
शोक ==शोकम्
करुणा =करुणै
वेदना ==वेदनै
काव्य =कावियम्
अलंकार =अलंकारम्
नाटक ==नाटकम्
कविता ==कवितै
छंद। --चंदम्
मात्रा --मात्तिरै
वाक्य =वाक्कियम्
शुद्ध =चुत्तम
विमान विमानम्
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