Wednesday, April 16, 2025

  3078.  सिद्धांत और वेदान्त का अध्ययन क्यों करना चाहिए?

वेदान्त से जान समझ सकते हैं कि पूर्ण स्वतंत्र, नित्यानंद शांति विघ्न रहित प्यार कैसे मिलेंगे और  या उन सबके स्रोत कहाँ है?

वहाँ आसानी से कैसे पहुँच सकते हैं! उसके बदले लौकिक 

विषय-वस्तु सुख की खोज में जानेवालों को आजीवन शांति स्वप्न  में भी नहीं मिलेगी।  आनंद के बदले दुख ही मिलेगा। वोट विज्ञान से और पारिवारिक जीवन से मिलेगा। इससे  इस जन्म में मोक्ष न मिलेगा। अनंतर जन्म का पात्र बनेगा।

3079.हर एक जीव में रहनेवाले आत्मा और परमात्मा एक ही है। प्राण बोध और अखंड बोध दोनों एक ही है।  

 इसे जानने और समझने का लक्ष्य ही सभी वेद और पुराणों और उपनिषदों का आंतरिक सार होता है। अर्थात यह जगत मिथ्या है। मिथ्या जगत में सर्वव्यापी  निराकार ईश्वर अवतार ले नहीं सकता।   केवल यही नहीं , अधर्म का नाश और  धर्म की रक्षा नहीं कर सकता। ईश्वर का अवतार  ही नहीं हुआ। 







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