नमस्ते वणक्कम।
हिंद देश परिवार अमेरिका इकाई।
15-8-2021.
विषय आजाद रहे वतन हमारा।
विधा -- मौलिक विधा मौलिक रचना।
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आजाद रहे वतन हमारा,
आ सेतु हिमाचल में एकता रहें।
मजहबी भेद,जाति भेद, संप्रदाय भेद,
दूर हो जाएँ, इन्सानियत बढ़ जाएँ।
कर्तव्य सब करें,
भारत माता की वंदना करें।
प्रांतीय जोश से राष्ट्रीय जोश बढ़ें।
पेय जल मुफ्त मिलें,
नदियों का राष्ट्रीय करने हो जाएँ।
वर्षा का पानी बेकार न हो।
खेतों में इमारतें न बनें,
किसानों की सहूलियतें दें।
झील नदियों की लंबाई कम न करें।
राष्ट् गीत, राष्ट्र झंडा,
राष्ट्रगान का आदर करें।
अनादर करनेवालों को
कठोरतम दंड मिलें।
बलात्कारी भले ही नाबालिग हो,
बलात्कार की शक्ति है तो
सख्त सजा मिलें।
देश ही प्रधान की भावना फैलें।
आज़ाद रहे वतन हमारा।
तन मन धन करें अर्पण देश के लिए।
आजादी आसानी से न मिली,
उन शहीदों की कहानी सदा हरी रहें।
कभी न भूलें अंग्रेजों की लाठी के मार।
फाँसी की सजा,सुखदेव,भगत सिंह ,कुदराम, चंद्रशेखर आजाद।
लाल,पाल,बाल,सभाष चंद्र बोस, करमचंद गांधी जी,
समाज सुधारक राजाराम मोहन राय।
आरक्षण के नाम प्रतिभाशाली को
विदेश की नौकरी के लिए न भेजें।।
भ्रष्टाचारी और रिश्वत खोरी मिट जाएँ।
सादा जीवन उच्च विचार रहें।
आजाद रहें वतन हमारा।।
स्वरचित स्वचिंतक एस-अनंतकृष्णन।।
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