स्वयं में विश्वास
एस. अनंत कृष्णन, चेन्नई तमिलनाडु
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ज्ञानियों ने कहा है, == अरिज्ञर्कळ् कूरियुळ्ळनर
अपने को पहचानो, = तन्नै अरिंदुकोळ्।
अपनी क्षमता जानो, =तन तिरमैयै अऱिंदुकोळ्
अपना कौशल जानो -तनिचेयल तिऱनै अरिंदुकोळ्।
सोचो, समझो, विचारो,-- चिंतित, पुरिंदुकोळ्, ऍण्णु।
आगे कर्म करो। पिन्नर चेयलाट्रु।
संत तिरुवल्लुवर ने कहा- संत तिरुवल्लुवर चोन्नार
सोच विचार कर --चिंतित्तु ऍण्णि
समझकर कर्म करो, --पुरिंदु चेयलाट्रु।
करने के बाद सोचना --चेय्तपिन चिंतिप्पतु
असफलता हानियाँ ही होंगी। तोल्विकळैयुम् तींगुकळैयुम् एर्पडुत्तुम।
खूब सोच विचार के बाद --नन्ऱाक चिंतित्तु ऍण्णिय पिन
स्वयं पर विश्वास रखो। उन्नै नंबु।
स्वयं पर विश्वास रखने -तन्नै नंब
मानसिक दृढ़ता चाहिए। मन तिडम् वेंडुम्।
शारीरिक बल चाहिए। -उडल्बलम् वेंडुम्।
वचन का पालन -वाक्कै कडैपिडिक्क
करना चाहिए। वेंडुम्।
समय का पालन अति आवश्यक है।
नेरत्तै कडैपिटिप्पतु अतिक अवसियम्।
जागना जागते रहना -विऴिप्पतु विऴित्तुक्कोंडे इरुप्पतु
ईमानदारी निभाना, - नाणयत्तै कडैपिडिप्पतु
सत्य का पालन -उण्मैयै कडै पिडित्तल्
संगति को जानना, --चेर्क्कैयै अऱितल्
मधुर भाषण, - मतुरमान पेच्चु
बाह्याडंबर रहित जीवन -वॆळिआडंबरमटृय वाऴ्क्कै
सादा जीवन उच्च विचार ऍळिय वाऴ्क्कै उयर्न्त ऍणृणम्
स्वयं भर भरोसा, --तन्नंबिक्कै
सबका सुनना -ऍल्लोरैयुम् केट्टल्
पूछताछ करना -विचारित्तल्
सत्य को पहचानना --उणृमैयै अऱितल
मन का मानना -मनतै एटृऱल्
सबसे बढ़कर -ऍल्लोरैयुम् विंड
अपने को ऊँचा समझना, तन्नै उयर्न्तवनाकपुरिंदुकोळ्ळल्
तभी होगा अपने आप पर विश्वास।
अप्पोळुतूतान् तन् मेल् नंबिक्कै एर्पडुम्।।
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