Monday, July 28, 2025

அலைகள். लहरें।

 

तमिऴ् हिंदी सेवा தமிழ் ஹிந்தி பணி.

एस.अनंतकृष्णन, चेन्नै

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लहरों का शोर ---

एस. अनंतकृष्णन चेन्नई 

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लहरें शोर करती है या =अलैकऴ्  इरैच्चलिडुकिऱता अल्लतु 

प्रेमिका की खोज में = कादलियैत्तेडुवतिल्

 चीखती या चिल्लाती --कूच्चलिडुकिऱता।

 पता नहीं है शोर क्यों? -तेरियविल्लै इरैच्चल एन्!

 कितने शवों को किनारे पर   --ऍत्तनै शवंगळै करैकळिळ्

लगाती है पता नहीं। ==ऒतुक्कुकिऱतु तॆरियविल्लै।।

 कितने जहाजों को डूबने की = ऍत्तनै कप्पल्कळ् मूत्वऴ्कुवतिल् 

 चीख चिल्लाहट सुनकर ==कूक्कुरल् केट्टु

 ज्वार  भाटे , -पेरलैकळ, चिट्रलैकळ्।

 कितने शवों को== ऍत्तनै  शवंकळ् 

  जिंदा चीखते सुन = उयिरुडन अलरुवतैप्पार्त्तु केट्टु

 भले ही लहरें शोर मचाती हो। =अतनाल् अलैकळ् इरैच्चलिडुकिरतो?

 कितने प्रेमी प्रेमिका की =एत्तनै कादलर कादलिकळ्

आत्महत्या देख    =तऱ्कोळै पार्त्तु 

दुखी लहरें --तुन्बमान अलैकळ्

शोर  मचाती हो। == इरैच्चल् इडुकिरतो?

 ग़रीबी के कारण,=एऴ्मैयिन कारणमाक,

 कर्जा चुकाने की =कडन् तीर

असमर्थता कारण,= सामार्थमिन्मै कारणमाक,

 अवैध गर्भ धारण के कारण- तवऱान करुवुट्रताल्

 कन्याओं की आत्महत्या, --कन्निकळिन् तर्कोलै

 परीक्षा में हार, --तेर्विल तोल्वी

 बेकार युवक  =वेलैयिल्ला इळैज्ञन,

 कितनों के अकाल =ऍत्तनैयो अकाल

मरणंकळिन कारणम् == मृत्यु के कारण, 

 लहरें शोर मचाती हो। अलैकऴ् इरैच्चलिडुकिऱता?

 विमान के गिरने से, ==विमानंकळ् विऴुवताल्

 माल जहाज के  डूबने से, --चरक्कुकप्पल्कळ्

 कारखानों के गंदे पानी के = तोऴिर्चालैयिन  अऴुक्कुत्तण्णीर

 मोरों के पानी के संगम से  =चाक्कडैत्तण्णीर  संगममावताल्

 प्रदूषित  सागर देख, --मासडैंत कडलैप्पार्त्थु

 लहरें शोर मचाती हो, --अलैकळ् इरैच्चल् इडुकिरतो?

 मानव  मानवता बिना  मनितन मनितत्तन्मै इनऱि

 सागर  में अस्ति  फेंकता है, = कडलिल् अस्तियै ऍरिकिऱान्।

 गणेश की सुंदर मूर्तियों  को छिन्न-भिन्न करने ==

गणेशनिन मूर्तिकळै चिन्तन भिन्न माक्कि

 फेंकने से , --ऍरिवताल्

काली की मूर्तियों के --काळियिन मूर्तिकळै 

 छिन्न-भिन्न करने से =  छिन्न भिन्न माक्कुवताल्

 लहरें शोर मचाती=  अलैकळ् इरैच्चलिडुकिरतो।

 कुपित होकर  -कोपम् अडैंतु

ज्वार भाटा,  चिट्रलै -पेरलै

सुनामी, =चुनामी

 लहरें शोर मचाकर  --अलैकळ् इरैच्चलिट्टु

 अपने दुख प्रकट करती। 

 तन्  तुन्बत्तै वॆऴिप्पडुत्तुकिऱतु।

एस.अनंतकृष्णन, चेन्नई, तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक द्वारा स्वरचित भावाभिव्यक्ति रचना 


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