Sunday, July 26, 2015

मन

मनुष्य मन एकांग्र  होने पर
साधना  के पथ पर अग्रसर होता है
मन एक काम में तल्लीन होता है तो
सफलता में शक की संभावना नहीं होता ।
कैसे तल्लीनता आएगी?
माया महा ठगनी
कबीर ने कहा
इससे कैसे बच सकत हैं?
एक मात्र मार्ग भक्ति मार्ग
ध्यान मार्ग
भले ही मज़हब या धर्म या संपदाय जो भी हो
मन को वश या काबू पाने या रखने
एक अमानुष्य शक्ति पर विश्वास रखना ही
ध्यान करने की प्रेरणा है
वो भी जब मनुष्य अपने लक्ष्य पर
रुकावटों या असफलता का सामना करता है
तब तक वह ईश्वरीय शक्ति पर ध्यान न देगा।

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