-मन चंगा तो कटौती में गंगा
कबीर -
माला तो कर में फिरै ,जीभ फिरै मुख माही।
मनुवा तो दस दिशी फिरै यह तो स्मरण नाहीं
तमिल देवारम --देव के हार हिन्दी अर्थ
तिरुमंतिरम --श्री मंत्र
मदुरैप्पत्तु आदि ग्रंथों में
यही मतलब के ईश्वर के यशोगान है।
देखिये :
बेकार बातें करके व्यर्थ ही वक्त मत खोइए।
मन और बोली दोनों एक ही बात करनी चाहिए।
आप अपने मन को पवित्र रखिये ;तभी
परम पवित्र ब्रह्मानंद ईश्वर के दर्शन मिलेंगे.
(तिरुमूलर --तिरुमंतिरम )
शुद्ध ज्ञानियों के ह्रदय -कमल में ईश्वर है.
(देवाराम --तिरुज्ञानसम्बन्धर )
शिव -बोध से शिव का पहचानना मुश्किल है।
मन ऐसा पवित्र होना है ,
जिससे शिव की कृपा उमड़कर आनी है.
(परंज्योति मुनिवर
पवित्र मन ही ईश्वर की कृपाकटाक्ष दिलाएगा।
कबीर -
माला तो कर में फिरै ,जीभ फिरै मुख माही।
मनुवा तो दस दिशी फिरै यह तो स्मरण नाहीं
तमिल देवारम --देव के हार हिन्दी अर्थ
तिरुमंतिरम --श्री मंत्र
मदुरैप्पत्तु आदि ग्रंथों में
यही मतलब के ईश्वर के यशोगान है।
देखिये :
बेकार बातें करके व्यर्थ ही वक्त मत खोइए।
मन और बोली दोनों एक ही बात करनी चाहिए।
आप अपने मन को पवित्र रखिये ;तभी
परम पवित्र ब्रह्मानंद ईश्वर के दर्शन मिलेंगे.
(तिरुमूलर --तिरुमंतिरम )
शुद्ध ज्ञानियों के ह्रदय -कमल में ईश्वर है.
(देवाराम --तिरुज्ञानसम्बन्धर )
शिव -बोध से शिव का पहचानना मुश्किल है।
मन ऐसा पवित्र होना है ,
जिससे शिव की कृपा उमड़कर आनी है.
(परंज्योति मुनिवर
पवित्र मन ही ईश्वर की कृपाकटाक्ष दिलाएगा।
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