tiruvachakam तिरुवाचकम् ११ से १५ तक
ईशन अड़ी पोटरी ---ईश्वर के श्रीचरण की जय।
यंतै यडि पोटरी --- पिता ईश्वर के श्री चरण की जय।
देशन अड़ी पोटरी --प्रकाश रुपी ईश्वर के श्री चरण की जय।
शिवं सेवड़ी पोटरी --शिव भगवान के श्री चरण की जय।
नेयत्ते निन्र निमलन अड़ी पोटरी --भक्त सेवकों के प्यार में शाश्वत निर्मल शिव के श्री चरण की जय।
मायप पिरप्परुक्कुम मन्नन अड़ी पोटरी --माया से भरे अस्थिर जन्म हरनेवाले नरेश के श्री चरण की जय।
सीरार पेरुन्दू रै देवनडि पोटरी --विशेष रूप से प्रसिद्ध पेरुन्दुरै के ईश्वर के श्री चरण की जय।
आरात इनबम अरुलुम मलै पोटरी --घृणा कभी न होनेवाले सुख देनेवाले ईश्वर के श्री चरण की जय।
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