Thursday, May 28, 2015

tiruvachakam तिरुवाचकम् ११ से १५ तक

tiruvachakam    तिरुवाचकम्  ११ से १५ तक 


ईशन  अड़ी   पोटरी ---ईश्वर के श्रीचरण की जय। 
 यंतै यडि पोटरी  --- पिता ईश्वर के श्री चरण  की जय। 

देशन अड़ी  पोटरी --प्रकाश रुपी ईश्वर के  श्री चरण की  जय। 

शिवं सेवड़ी पोटरी --शिव भगवान के श्री चरण की जय। 

नेयत्ते निन्र  निमलन अड़ी  पोटरी --भक्त सेवकों के प्यार में शाश्वत निर्मल  शिव के श्री  चरण की जय। 

मायप पिरप्परुक्कुम मन्नन अड़ी  पोटरी --माया से भरे अस्थिर जन्म हरनेवाले नरेश के श्री चरण की  जय। 

सीरार पेरुन्दू रै देवनडि  पोटरी --विशेष रूप से प्रसिद्ध पेरुन्दुरै  के ईश्वर के श्री चरण की जय। 
आरात  इनबम  अरुलुम मलै  पोटरी --घृणा कभी न होनेवाले सुख देनेवाले ईश्वर के श्री चरण की जय। 







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