एस. अनंत कृष्णन चेन्नई का नमस्कार वणक्कम्।
तमिऴ् हिंदी सेवा।
तमिऴ् हिंदी पणि।
विषय -हर रोज़ जिंदगी के जंजाल में हम हैं।=
पोरुळ् =ऒव्वॊरु नाळुम् वाऴ्क्कैयिन चिक्कल नमक्कु।
या
ऒव्वोरु नाळुम् नाम्
वाऴ्क्कैयिन चिक्कलिल्
विधा --अपनी हिंदी अपने विचार। अपनी स्वतंत्र शैली
नडै =ऍन् हिंदी ऍन् ऍण्णम् ऍन् सुतंतिर नडै।
भावाभिव्यक्ति = करुत्तु वेळिप्पाडु।
5-5-25.
मानव को = मनितनुक्कु
बचपन से =कुऴंतैप्परुवत्तिलिरुंदु
आजीवन=वाऴनाळ् मुऴुवतुम्
हर रोज़ = ऒव्वोरु नाळुम्
कोई न कोई __एतावतोरु
जंजाल है ही। =चिक्कल् ईरुक्किऱतु तान।।
किसान को =
विवसायिक्कु
सबेरे उठकर =
कालैयिल ऍऴुंतु
खेत की =वयलै
देखभाल करने =मेऱ्पार्वै चॆय्य
जाना है। पोकवेंडियिरुक्किरतु।
कीड़े-मकोड़े और अन्य
पुऴु पूच्चिकळ्
पशु -पक्षी - कालनडै-पऱवैकळ्
जानवरों से बचाना।
मिरुकंगलिल इरुंदु काप्पाट्ऱुतल।
आजकल =इन्नाट्कळिळ्
=
तीन साल के बच्चे को भी= मून्ऱुवयतु कुऴंतैकळुक्कुम्
बाल विद्यालय =बालर् पळ्ळि
जाने का काम है।=
पोक वेंडिय वेलै।
स्त्री पुरुष दोनों को=
आण्कळ् पॆण्कळ्
नौकरी करने का= वेलै चेय्युम्
जंजाल है। =चिक्कळ्।
चोर उचक्कों से = तिरुडर वऴिप्पऱि चेय्पवर्कलिडम्
सावधान रहने का।
ऍच्चरिक्कैयाक इरुक्क।
बैंक अकाउंट में =वंगिक्कणक्किल्
ज़रा सी असावधानी
चिऱितु कवनक्कुऱैवु।
बस =पोतुम्
लूटने के दल का =कोळ्ळैयडिक्कुम् कूट्टत्तिन
जंजाल।=चिक्कळ्।
दवा और खाद्य-पदार्थों में
मरुंतु मट्रुम् उणवुप्पोरुट्कळ्।
मिलावट का जंजाल। =कलप्पड चिक्कल्।
जाति भेद का जंजाल,=
जाति वेऱुपाडु चिक्कळ्।
क्षमता रहने पर भी=
तिऱमै इरुंदालुम्
जातिगत आरक्षण का जंजाल।=जातिवकैयान ऒतुक्कीट्टु चिक्कळ्।
संविधान में सब बराबर।
अरसियल् अमैप्पिल् अनैवरुम् समम्।
पर व्यवहार में ऊँच नीच,
आनाल् नडवडिक्कैयिल
उयर्न्तवन ताऴ्न्तवन्।
अल्पसंख्यक =
चिऱुपान्मै
अधिकार के भेद। =उरिमै वेऱुपाडू।
कानून व्यवस्था में =चट्ट एर्पाट्टिल्
धन प्रधान। =इनमें पिरतानम्।
चुनाव में =तेर्तलिल्
भ्रष्टाचार =ऊऴल्
धन प्रधान। -धनम् पिरतानम्।
संक्षेप में =चुरुक्कमाक
देखें तो =
पार्थताल्
भाग्य बड़ा होता है।
पाक्कियम् पॆरिताकिऱतु।।
एस. अनंत कृष्णन, चेन्नई तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक द्वारा स्वरचित भावाभिव्यक्ति रचना
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