Tuesday, January 7, 2025

सनातन

 नमस्ते वणक्कम्।

 विषय --सत्य सनातन संस्कृति,

   विधा --स्वतंत्र शैली भावाभिव्यक्ति 

 सत्य सनातन संस्कृति

त्याग में, न भोग में।

 बड़ों का आदर,

 गुरु का सम्मान।

ईश्वर भक्ति 

 ब्रह्मचर्य

गृहस्थ 

वानप्रस्थ 

संन्यास

  पंचेंद्रिय दमन।

  त्याग में सुख।

  नश्वर संसार।

नश्वर शरीर।

 आत्मा 

 परमात्मा 

 दोनों एक।

 अहं ब्रह्मास्मी।

लौकिकता दुखमय

अलौकिकता में आनंद।

पाप का दंड।

 पुण्य का पुरस्कार।

 काम क्रोध लोभ अहंकार रहित 

 जीवन।

मन का नियंत्रण।

 मनमाना न करना।

सब्हीं नचावत राम गोसाईं।

पंचतत्वों को साफ साफ रखना।

 विचारों के प्रदूषण से बचना।

 सत्संगति मैं रहना।

वसूधैव कुटुंब।

 सर्वे जना सुखीनो भवन्तु।

 ईश्वरीय शक्ति प्रधान।

 पंचतत्वों की आराधना।

सनातन धर्म सत्य पर आधारित।।

ये हैं  सत्य सनातन धर्म।

 ईश्वर मन में।

  मानवता निभाने मैं।


 एस.अनंतकृष्णन, चेन्नई तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक द्वारा स्वरचित भावाभिव्यक्ति रचना

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