Friday, January 17, 2025

तमिल् हिंदी सीखिए

 नमस्ते वणक्कम्।

तमिऴ सीखिए ----



 आम  -  =पॊतु, (फल =माँम्बलम्)

आम जनता ==  पॊतु मक्कळ्

 आम चुनाव  =पोतुत्ततेर्तल् 

आम तौर से ---पोतुवाक

आम विचार  = पॊतुवान ऍण्णम्

 आम चिंतन है = पॊतुवान चिंतनै

   जो अगजग में  =  अखिललोकत्तिल्

 मानवता बनाये  रखने में ==

मनितनेयम् अमैप्पतिल्

शाश्वत लगता है -- निलैयाक इरुक्किरतु  

 वही ईश्वरीय चिंतन  = अतुतान् कडवुळिन चिंतनै।


 आत्मचिंतन  =आत्मचिंतनै

 आत्म बोध  --आत्म अऱिवु

आत्मज्ञान  =आत्मज्ञानम् 

आत्मसाक्षात्कार  --आत्म पेट्टी

 परिणाम में  = विळैवु

  सर्वेश्वर को मानना ==कडवुळै एट्ऱल।


 जगत नश्वर =  उलकम् अऴिउ।

जगत मिथ्या ==उलकम् पोॅय।

 जगदीश्वर सत्य। --उलकनाथन् उण्मै।

 तब धर्म मानव धर्म। =अप्पोऴुतु अऱम् मानित अऱम्


 न हिन्दू,  =हिंदु इल्लै

न जैन,  =समणम् इल्लै

न सिक्ख =सीक्कियम् इल्लै।

 न बौद्ध =पौत्तम् इल्लै।

  न मुगल,  --मुस्लिम् इल्लै 

न ईसाई। --किरिस्तवम् इल्लै 


 केवल धर्म  और अज्ञात ईश्वर।

अऱम् मट्टुम्  अऱियात कडवुऴ्।


 पंचतत्वों की अद्भुत लीलाएँ। == ऐंदुतत्वंगलिन अऱ्पुत लीलै।

 मधुर =इनिमै।

 प्रच्छंड   --वेगम् 

अति आकर्षक  --अतिक कवर्च्चि

 अति  सुख प्रद --  अतिक सुखम् तरक्कूडियतु।

 अति सुहावना, --अतिक आनंदम्

 अति भयंकर  --अतिक भयंकरम् 

 वे ही  परमात्मा। = अवैकळ् तान कडवुळ्।

 निराकार, ==उरुवमट्रवर्

 निर्गुण। --गणमट्रवर्

 आकार  सब =उरुवमुल्लवै ऍल्लामे 

 नश्वर=  अऴियक्कूडियवै।

 शिव न अग जग मानता।=

शिवनै उलकमुऴुवतुम् ऍऱ्कविल्लै।

विष्णु  नअग जग  मानता।==

विष्णुवै अखिलम् एऱ्कविल्लै

 अल्ला न अग जग मानता।==अल्लावै अखिलम् एऱ्कविल्लै।

 ईसा न अग जग मानता।= एसुवै अकिलम् एर्कविल्लै

 अग जग मानता है =अखिलम् एऱ्किऱतु

 पंच तत्व सुख, --पंचतत्तुव सुखत्तै।

 पंच तत्व दुख।= पंच तत्तुव तुन्बत्तै।

 प्राकृतिक शोभा = इयऱ्क्कै अऴकु

 प्राकृतिक प्रकोप।==

 इयर्क्कै कोपम् 

 अतः बाकी  =आकैयाल् बाक्की

सब मिथ्या। =ऍल्लामे

 धर्म प्रधान जग। अऱम् पिरधानम्।

 न मज़हबी प्रधान। =मतम् मुक्कियम् इल्लै।


 भूकंप की सीख। =निल नडुक्कम् कऱ्पिप्पतु।

 ज्वालामुखी की सीख। = ऍरिमलै कऱ्पित्ततु

 सुनामी की सीख। सुनामी कर्पित्ततु।

 आंधी तूफान की सीख। --पुयल् कर्पित्ततु ।

 तब एक ही विचार। =अप्पोऴुतु ऒरे ऍण्णम् 


सर्वेश्वर एक। ==कडवुळ् ओरुवरे।

 सबका मालिक एक।

अनैवरुक्कुम् ऒरु तलैवर् ।


 एस.अनंतकृष्णन, चेन्नई तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक

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