हिंदी कैसी भाषा है ?
ऐसी वैसी भाषा नहीं है?
१९वी सदी में जो सरल हिन्दी ,,
भारतेंदु काल से अति तीव्र गति से विश्व की तीसरी भाषा;
कितने विरोध ;
तमिलनाडु में बसें जली ; रेल जली. कइयों के प्राण चले;
अपने आप पली ; जल सींचे कुछ लोग ;
अनुकूल वर्षा भी हुयी ;
ताज़्ज़ुब उसकी प्रगति ;
पर अंग्रेज़ी मगर मच्छ उसको निगलना ही चाहता है;
फिर भी आग़े हैं हिंदी;
नेहरू की गलती ; अन्नादुराई की अदूरदर्शिता ;
आज जयललिता प्रधान मंत्री बनना चाहती
मुरासोली मारन केंद्र में मंत्री बनना चाहता हैं
उनकी एक मात्र योग्यता
हिंदी विरोधीदलों का बयान
वे सब जानते हैं हिंदी;
राष्ट्र पिता गांधीजी की दूरदर्शिता चमक रही है
हिंदी की हो रही है
ऐसी वैसी भाषा नहीं है?
१९वी सदी में जो सरल हिन्दी ,,
भारतेंदु काल से अति तीव्र गति से विश्व की तीसरी भाषा;
कितने विरोध ;
तमिलनाडु में बसें जली ; रेल जली. कइयों के प्राण चले;
अपने आप पली ; जल सींचे कुछ लोग ;
अनुकूल वर्षा भी हुयी ;
ताज़्ज़ुब उसकी प्रगति ;
पर अंग्रेज़ी मगर मच्छ उसको निगलना ही चाहता है;
फिर भी आग़े हैं हिंदी;
नेहरू की गलती ; अन्नादुराई की अदूरदर्शिता ;
आज जयललिता प्रधान मंत्री बनना चाहती
मुरासोली मारन केंद्र में मंत्री बनना चाहता हैं
उनकी एक मात्र योग्यता
हिंदी विरोधीदलों का बयान
वे सब जानते हैं हिंदी;
राष्ट्र पिता गांधीजी की दूरदर्शिता चमक रही है
हिंदी की हो रही है
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