साहित्य संगम संस्थान दिल्ली इकाई के अध्यक्ष प्रबंधक संचालक समन्वयक सदस्य सचिव सब को मेरा प्रणाम।।
वणक्कम।
Mobile को तमिल में
हस्त बोल कहते हैं तो
हिंदी में चल यंत्र दूरभाष।।
न जाने यह यंत्र न तो
कोराना काल में साहित्य संगम के कई इकाइयों का संपर्क,
श्रेष्ठ रचनाकार के प्रमाण पत्र
आत्म सुख,
आत्मीय दोस्ती कैसे?
दूर दूर के नाते रिश्ते
अति निकट।।
अमेरिका के पोते
वीडियो काल में पास पास
तस्वीरें खींच
अति निकट का आनंद।
लेख,कविता, अपनी भावाभिव्यक्तियाँ अति आसान।।
सामाजिक सुधार,
जागरण, विचार परिवर्तन,
सामाजिक परिवर्तन।
तत्काल समाचार अगजग को
फैलाने में समर्थ लोग।।
अंतर्जाल का मायाजाल,
अगजग की घटनाएँ,
अंगुलियों में ही जान।।
स्वरचित स्वचिंतक एस अनंतकृष्णन चेन्नै तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक।
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