नमस्ते वणक्कम।
आओ पेड़ लगाएँ
प्रदूषण से बचने,
शुद्ध पानी पीने
शुद्ध हवा का साँस लेने
नियमानुसार पानी बरसने,
ऋतुओं के अनुसार मौसमी
फूल फल तरकारी मिलने,
जितना अधिक पेड़ लगा सके,
उतना पेड़ लगाएँ।
स्वरचित स्वचिंतक एस अनंतकृष्णन,चेन्नै।
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