नमस्ते वणक्कम।
साहित्य संगम संस्थान हरियाणा इकाई।
१२-३-२९२१.
शीर्षक: आन लाइन शिक्षा, हमारी परीक्षा।।
विधा गद्य लेख।
कोराना मेरा हिंदी अनुवाद
क्रीट विषाणु परिणाम
सब बंद।
यातायात, स्कूल, कालेज।
नाते रिश्ते इष्ट मित्र बंधुओं से मिलना-जुलना बंद।
ऐसी हालत में अंतर्जाल मिलन, दृश्य-श्रव्य सम्मेलन,ज़ूम सम्मेलन
अखिल लोक को अति निकट ला रहा है। हमें एकांत से समूह का आनंद ला रहा है।
अब आन लयन शिक्षा अर्थात अंतर्जाल का मायाजाल शल्य चिकित्सा भी सिखाने लगा है। यही प्रणाली
स्थाई हो तो शिक्षा अधिक व्यय कम। इसे और भी लाभान्वित करने के लिए मुफ्त में ही नेट कनेक्शन लेना चाहिए।
छात्र छात्राओं को यातायात का कष्ट, बस की भीड़ में दुर्व्यवहार , यातायात खर्च आदि कम हो जाएगा।।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में तो अंतर्क्रिया भी संभव है।
सरकार को और भी उपयोगी बनाना चाहिए। इन्टरनेट मुफ्त में छात्राओं के घर को देना चाहिए। यह खर्च स्कूल कालेजों के खर्च से कम ही होगा। वास्तव में कोराना ने भला किया है। Work from homeअधिक लाभ प्रद है केवल स्वास्थ्य की दृष्टि से ही नहीं, आर्थिक दृष्टि से भी फायदे मंद है।
स्वरचित स्वचिंतक एस अनंतकृष्णन चेन्नै तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक।
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