योग वियोग विधि का विधान।
ईश्वरीय लीला अति अदभुत।
पुनरपि जननम् पनरपि मरणम्
आत्मा परमात्मा एक,
भिन्न के सिद्धांत , भिन्नआचार्य,
योग वियोग विधि का विधान।।
विष्णु अवतार राम का योग-वियोग।।
हरिश्चंद्र का योग वियोग।।
शकुंतला-दुष्यंत का योग -वियोग।।
इंदिरा -फरोज खान का
योग -वियोग।।
शेरखान-नूरजहां-शाहजहां का योग-वियोग ।।
न जाने चित्र पट जैसे
नायक -नायिकाओं के
मंगल सूत्र बदलना,
नेताओं के तीन पत्नियां,
परायी पत्नी के अपहरण
योग-वियोग जन्म -जिंदगी-मरण।।
आत्मा परमात्मा
का योग-वियोग विधान।।।
पुनरपि जननम् पुनरपि मरणम्।।
पूर्व जन्म के ज्ञान साथ लाना,
पूर्व जन्म के पाप- पुण्य ।
सुख-दुख के योग -वियोग।।
यही नश्वर जगत का
योग-वियोग का विधान।।
स्वरचित स्वचिंतक अनंतकृष्णन,चेन्नै।।
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