[25/12, 10:07 pm] Ananthakrishnan: नमस्ते वणक्कम।।
भारत के सर्वश्रेष्ठ रचनाकार मंच।
२५-१२-२०२०
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सर्दी आती,
सर्दी से बचने
हीटर यंत्र।
बाहर बर्फीली वर्षा।।
कार का पता नहीं,
पाँच छै फुट का बर्फीला पहाड़।
पर जरा भी सर्दी का महसूस नहीं
गरम कपड़े, हीटर। सुखी अमीरी।।
जैनेन्द्र कुमार की कहानी
अपना अपना भाग्य
पहाड़ी बालक की दयनीय दशा।।
ठिठुर ठिठुर कर मर गया।
उसका कफ़न बन गया बर्फ।
अमीरी नेअपने आपको सांत्वना दी
अपना अपना भाग्य।
सर्दी में गर्मी,गर्मी में सर्दी।।
भगवान की कृपा।।
केदारनाथ की बर्फीली वर्षा में
नंगे साधु, कैलाश नाथ में साधु
फिर आयी सर्दी की करामत चमत्कार
।
कर्म फल, अपना अपना भाग्य।।
स्वरचित स्वचिंतक।
से.अनंतकृष्णन, चेन्नई।
[25/12, 10:11 pm] +91 98409 85669: 🙏
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