[21/12, 9:48 pm] Ananthakrishnan: भारत देश हमारा है,प्यार भरी मातृभूमि की, संस्कृति का गुणगान
करेंगे। नाना प्रकार का कष्ट सहे
प्यार, अहिंसा अगजग का संदेश हमारा। आज़ादी की लड़ाई मेंशहीदों ने खून बहाया है। अपना सर्वस्व अर्पण किया। देश केगुणगान में नाचेंगे,आनंद मनाएँगे।आ सेतु हिमाचल का योगदान
मिलजुलकर गाएँगे।
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[21/12, 10:35 pm] Ananthakrishnan: तमिल माँ का जय जयकार।
लहरों के शोरवाले सागर के वस्त्र पहने
भूमि स्त्री के खूब सूरत चेहरे जैसे लगता है भारत वर्ष। उस भारत खंड में दक्षिण भारत उनमें श्रेष्ठ द्राविड़ देश,
शशी जैसे माथा, उस में लगाये तिलक जैसे लगते हैं।
उस तिलक के सुगंध समान,
अगजग में ख्याति प्राप्त तमिल स्त्री!तेरी विशेष जवानी और कौशल से चकित हम अपने कर्म विस्मरण कर
जय घोषणा करेंगे।
(जय घोषणा करेंगे।
जय घोषणा करेंगे।)
जय जयकार करेंगे।
अनुवाद --से.अनंतकृष्णन, चेन्नई।
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