नमस्ते वणक्कम
अमानत।
२३-१२-२०२०
अमानत
धन का अमानत ,
धर्म का अमानत
ज्ञान का अमानत
पुण्य का
खून का अमानत
शुक्ल का भी अमानत।
अमानत हम जो भी करें
हम सब ईश्वर का अमानत।
हमेशा याद रखना
पता नहीं कब अमानत ले जाएगा।
सबहिं नचावत राम गोसाईं।।
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