नमस्ते वणक्कम।
साहित्य बोध जम्मू कश्मीर इकाई।
विषय
विवाह एक पवित्र रिश्ता
विधा निज रचना निज शैली।
मौलिक रचना मौलिक विधा।
सही है न।
१८-६-२०२१
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विवाह एक पवित्र रिश्ता,
अतः राजाओं ने राजकुमारी अपहरण के लिए लड़ाई की।
हजारों वीर सैनिक रण में
काम आए। वीरों की पत्नियाँ विधवा बनी। पुत्र अनाथ।
राजा ने तो
विजयोल्लास मनाया।
विवाह एक पवित्र रिश्ता।
नपुंसक विचित्र वीर्य को
जबर्दस्त अपहरित तीन राजकुमारियाँ ,हाँ,
विवाह एक पवित्र रिश्ता है।
प्रेम विवाह,गंधर्व विवाह,
अंतर्राष्ट्रीय अंतर्जातीय विवाह।
यूनानी भारतीय विवाह,
इटाली भारतीय विवाह।
विवाह एक पवित्र रिश्ता।
तमिलनाडु की चुनावी ऐलान
अंतर्जातीय विवाह के लिए
साठ हजार, मंगल सूत्र इनाम।
विवाह एक पवित्र रिश्ता।।
आजकल अदालत में
तलाक मुकद्दमाएँ बढ रही है।
चित्र पट में प्रेम विवाह की प्रेरणा।
विवाह एक पवित्र बंधन,
उनके लिए जो भाग्यवान हो।।
दहेज प्रथा है, विवाह कैसे पवित्र रिश्ता।।
अमीर राजा हो तो
तीन शादियाँ
अलावा रखैल।
हाँ, सचमुच विवाह एक पवित्र रिश्ता,कुंती देवी के लिए नहीं,
सीता के लिए नहीं,
द्रौपदी के लिए नहीं।
नलायनी के लिए।।
शकुंतला दुष्यंत जैसे
कितने भूल जाते।
कितने कबीर की मां जैसे
तालाब के किनारे फेंक जाते।
खूनों की मिलावट।
बाल विवाह
हाँ, भगवान की कृपा प्राप्त
मध्यवर्ग के लिए,
विवाह एक पवित्र रिश्ता।।
न इंदिरा खान गांधी के लिए।
अभिनेता अभिनेत्री के विवाह में कितना तलाक।
सबहिं नचावत राम गोसाईं।।
यकीनन मानिए,
अर्वा चीन काल में
गरीब और मध्यम वर्ग में
विवाह पवित्र रिश्ता,
उसमें भी विवशता।।
भाग्य वानों के लिए ही
विधा एक पवित्र रिश्ता।।
आजकल शाहजहां बढ़ गये हैं।
दैनिक खबरों से पता चलता हैं।
कविता लिखना मिथ्या है,
विधा एक पवित्र रिश्ता है।
है,जब संयम और त्याग मय हो।
दशरथ चक्रवर्ती के विवाह बंधन। भीष्म प्रतिज्ञा।।
चित्र पट कथाएँ,
नहीं बताते
सिद्धार्थ कथा
नहीं बताते
विवाह एक पवित्र बंधन।
लक्ष्मण उर्मिला ।
मैथिली शरण गुप्त जानते
विरह प्रलाप।
राम कहानी सुनाना ही शादी।।
स्वरचित स्वचिंतक
एस .अनंतकृष्णन ,चेन्नै।।
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