नमस्ते वणक्कम।
हिंद देश परिवार जम्मू कश्मीर इकाई।
आंतरिक सुंदरता।
८-६-२९२१.
मौलिक रचना मौलिक विधा।
निज रचना निज शैली।
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कटहल देखिए,
बाहर असुंदर,
अंदर स्वादिष्ट फल।
अभिनेता सत्तर साल का,
बनाव श्रृंगार में जवान।
रंडियाँ भी मेक अप।
बाहर और अंदर सुंदर
सेब,आम और केला।।
अनन्नास कांटेदार,
अंदर फल।।
बाह्य रूप नकली।
अंदर असली।।
भगवान भी पत्थर का,
बनाव श्रृंगार पुजारी के हाथ।।
ईश्वर तो बाह्य वेश भूषा न देखता।
अंतर्मन की पवित्रता देखता।।
स्वरचित स्वचिंतक एस अनंतकृष्णन चेन्नै तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक।
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