ठिठुरन /कंपन/थरथराना।
सर्दी का कंपन,
बुखार का कंपन,
डर का कंपन।
तेज दौड़ और
नाच के बाद कंपन।
भय के कारण।
ठिठुरन के कारण अधिक।
जन्निपात ज्वर कंपन।।
वीणा तार के कंपन।
धनुष डोर के कंपन।
मंदिर के घंटे भी
बजने के बाद कंपन।
पशु नंगा सर्दी में पर मानव।
ध्रुव प्रदेश में भालू
मानव तो सुरक्षित धन के कारण।
अपने अपने भाग्य पर
गरीब का कफन बर्फ।
स्वरचित स्वचिंतक एस.अनंतकृष्णन,चेन्नै।
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