नमन मंच।
कलम कार कुंभ साहित्य संस्थान। दिल्ली।
विषय दान।
दान के कई रूप।
नाम के लिए दान।
स्वार्थ लाभ के लिए दान।।
कुछ लोग गुप्त दान देते हैं।
मंदिर को एक ट्यूब लैट
नीचे नाम पता पेयिंट।
प्रकाश छिपा लेता।।
आधुनिक दान,
रक्तदान,नेत्र दान,किड्नि दान,
मंत्री मंदिर को देता हीरे का मुकुट।
कैसे कमाया पता नहीं।
अपने शव दान भी दान।
भगवान के दान पानी,
सूर्य की रोशनी, हवा,चाँदनी।
कृतज्ञ प्रकृति को देना मकर संक्रांति लोहड़ी पोंगल।
प्रकृतिदान।।
स्वरचित स्वचिंतक एस.अनंतकृष्णन,चेन्नै।
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