तमिल कवयित्री औवैयार की तमिल कविता का अनुवाद।
३०-१-२०२१.
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சாதி இரண்டொழிய வேறில்லை சாற்றுங்கால்
நீதி வழுவா நெறிமுறையின் - மேதினியில்
இட்டார் பெரியோர் இடாதோர் இழிகுலத்தோர்
பட்டாங்கில் உள்ள படி
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संसार मेंनीति व धर्म शास्त्रों के अनुसार जातियाँ है दो।
और जातियाँ है ही नहीं।
दानी परोपकारी उच्च जाति।
दान धर्म न करनेवाले निम्न जाति ।
यह नौवीं शताब्दी की कविता है।
जाति इरंडु ओऴिय =सिवा दो जातियों के
वेरु इल्लै --और कोई नहीं है
चाट्रुंगाल कहने पर
नीति तवरा नेरि मुरैयिल -- न्याय न तजे शास्त्रीय नियम में
मेदिनियिल --संसार में
इट्टार -- दान धर्म करनेवाले,
पेरियोर --बडे लोग।
इडादोर न दान धर्म न करनेवाले।
इऴि कुलत्तोर __निम्नकुलवाले।
पट्टांगिल उळ्ळपडि। नीति ग्रंथों के अनुसार।
स्वरचित स्वचिंतक एस अनंतकृष्णन चेन्नै तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक।
Anandakrishnan Sethuraman जी अति अति सुंदर प्रस्तुति
तमिल कवित्रयी औवैयार जी की कविताओं का सुंदर काव्यानुवाद💐💐💐💐💐💐
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