नमस्ते वणक्कम।
अग्नि आग।
पंच तत्वों में अग्नि प्रधान।
शरीर ठंड हो तो शिवलोक प्राप्ति।
पतिव्रता की पवित्रता आग स्नान।
होली का अंत अग्नि जलन।
सनकी जंगली हाथी भगाने आग।
घने अंधेरी गुफा प्रवेश मशाला।
अग्नि बिना रसोई कैसे?
जलन ईर्ष्या अति दुर्गुण।।
होमाग्नी जंगल में खूँख्वार
जानवर से सुरक्षा।।
सृष्टि में खतरा और जीव रक्षा
एक ही वस्तु में।
वही तत्व आग में।
बिजली में
पानी में हवा।
ईश्वर लीला अद्भुत।
स्वरचित स्वचिंतक एस.अनंतकृष्णन,चेन्नै तमिलनाडु हिंदी प्रेमी
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