नमस्ते वणक्कम।
३१-१-२०२१.
विषय। धर्म निरपेक्षता।
संविधान के अनुसार
सबको है समान अधिकार।
कानून के सामने सब बराबर।
वकील नहीं तो तुरंत सजा।
अमीर भ्रष्टाचार हो तो बारह साल तक
मुकद्दमा रिहाई।सब बराबर।
गरीब अपराधी को सड़क पर मारपीट।
अमीर हो तो सादर नमस्कार।
तमिलनाडु का हूँ मैं,
हिंदू धर्म के आदर्श राम को
जूतों मार जुलूस।
पुलिस सुरक्षा सहित।
मंदिर के आगे भगवान नहीं
भगवान के भक्त बेवकूफ लिखी
नास्तिक नेता की बड़ी मूर्ति।
शिव पहाड़ रास्ता रोक,
पहाड़ पर ईसा का गिरिजा घर।।
मंदिर के पास दफन भूमि।
हिंदु मंदिर छिपाकर मस्जिद।
यही नास्तिक नेता की मूर्ति
खुदा नहीं,ईसा नहीं लिख
मस्जिद, गिरिजा घर के सामने रखने साहस नहीं, हजारों मंदिर की
शिलाओं की चोरी।
दान भूमियों का अपहरण।
भारत महान हिन्दू सहनशील।
धरती माता से बढकर सहनशील।
वसुधैव कुटुंबकम् का आदर्श।
लूटनेवाले के पूर्वज हिंदू।
उनकी भाषा भारतीय भाषा।
अल्पसंख्यक पाठशाला में मजहबी शिक्षा।
बहुसंख्यक में हिंदू भगवान के नाम लेते
तुरंत कार्रवाई।
भारत माता की जय।
खान गांधी बना,चार्ल्स बना।
कोई आपत्ती नहीं।
भारत धर्म निरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य।
जिंदाबाद। वंदे मातरम न कहूंगा।
भारत धर्मनिरपेक्ष गणतंत्र राज्य।
स्वरचित स्वचिंतक एस अनंतकृष्णन चेन्नै तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक।
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