Tuesday, August 14, 2012

तमिल के नीति ग्रन्थ

तमिल के नीति ग्रन्थ

वेट्री वेर्ककै

वेट्री वेर्कई ई.११-१२ वीं सदी के नीति ग्रन्थ है.इस ग्रन्थ के कवि कोर्कई देश के नरेश अति वीर राम पांडियन थे.
vetriverkai a moral book written by athi veera raama paandian king of korkai city. this is written in the year 11th -12th century.
इस में कई तत्व और नैतिक बातों को सुन्दर तमिल शब्दों में बताया हैं.

तमिल परिपाटी के अनुसार यह ग्रन्थ भी ईश्वर वन्दना से शुरू होता है.

ப்ரவணப் பொருளாம் பெருந்தகை ஐங்கரன்
சரண அற்புத மலர் தலைக்கு அணிவோமே .

प्रणव मंत्र का अर्थ स्वरुप पंचकर गणेश के

अद्भुत चरण -पुष्प को अपने सर पर धारण करेंगे.


१.अक्षर शिक्षक ईश्वर है.==எழுத்து அறிவித்தவன் இறைவன் ஆகும்.
alphabet teacher is God.

௨.கல்விக்கு அழகு கசடு அற மொழிதல்.
शिक्षा की खूब सूरति बिन गलती के बोलने में है,
Beauty of education is speaking without mistake.

3.செல்வருக்கு அழகு செழும் கிளை தாங்குதல்.

धनियों की खूबसूरती अपने नातों-रिश्तों की सहायताकरने और आश्रय देने में है.
Beauty of rich is to help his relations and to give shelter.

4.வேதியர்க்கு அழகு வேதமும் ஒழுக்கமும் .

ब्राह्मण की खूब सूरती वेद ज्ञान और अनुशासन में है.
Beauty of Brahman is in his knowledge in ved and discipline.

5 .மன்னவருக்கு அழகு செங்கோல் முறைமை.
राजा अर्थात शासकों की खूबसूरती तटस्थ और नैतिक शासन में.है.
Beauty of a king or administrator is in neutral and moral administraion.

6.வைசியர்க்கு அழகு வளர் பொருள் ஈட்டல்.
वैश्यों की खूबसूरती बढती धन कमाने में है.
Beauty of merchant is badhti dhan kamaanen mein hai.
7.உழவர்க்கு அழகு இங்கு உழுது ஊண் விரும்பல்.
किसानों की खूब सूरती खेती करके खाने में है.
. Beauty of a former is to cultivate the land and eat.

8.மந்திரிக்கு அழகு வரும் பொருள் உரைத்தல்.
मंत्री की खूबसूरती भविष्यवाणी कहने में है.
.

Beauty of a minister is to tell about the future.

9.தந்திரிக்கு அழகு தறுகண் ஆண்மை.

सेनापति की खूबसूरती उसकी वीरता और निडरता में है.
Beauty of a captan is in his bravary and his fearlessness.

10.உண்டிக்கு அழகு விருந்தோடு உண்டல்.
भोजन करने में खूब सूरती मेहमानों के साथ खाने में है.

Beauty of eating food is eating with guests.

वेट्री वेर्कई ई.११-१२ वीं सदी के नीति ग्रन्थ है.इस ग्रन्थ के कवि कोर्कई देश के नरेश अति वीर राम पांडियन थे.
vetriverkai a moral book written by athi veera raama paandian king of korkai city. this is written in the year 11th -12th century.
इस में कई तत्व और नैतिक बातों को सुन्दर तमिल शब्दों में बताया हैं.

तमिल परिपाटी के अनुसार यह ग्रन्थ भी ईश्वर वन्दना से शुरू होता है.

ப்ரவணப் பொருளாம் பெருந்தகை ஐங்கரன்
சரண அற்புத மலர் தலைக்கு அணிவோமே .

प्रणव मंत्र का अर्थ स्वरुप पंचकर गणेश के

अद्भुत चरण -पुष्प को अपने सर पर धारण करेंगे.


१.अक्षर शिक्षक ईश्वर है.==எழுத்து அறிவித்தவன் இறைவன் ஆகும்.
alphabet teacher is God.

௨.கல்விக்கு அழகு கசடு அற மொழிதல்.
शिक्षा की खूब सूरति बिन गलती के बोलने में है,
Beauty of education is speaking without mistake.

3.செல்வருக்கு அழகு செழும் கிளை தாங்குதல்.

धनियों की खूबसूरती अपने नातों-रिश्तों की सहायताकरने और आश्रय देने में है.
Beauty of rich is to help his relations and to give shelter.

4.வேதியர்க்கு அழகு வேதமும் ஒழுக்கமும் .

ब्राह्मण की खूब सूरती वेद ज्ञान और अनुशासन में है.
Beauty of Brahman is in his knowledge in ved and discipline.

5 .மன்னவருக்கு அழகு செங்கோல் முறைமை.
राजा अर्थात शासकों की खूबसूरती तटस्थ और नैतिक शासन में.है.
Beauty of a king or administrator is in neutral and moral administraion.

6.வைசியர்க்கு அழகு வளர் பொருள் ஈட்டல்.
वैश्यों की खूबसूरती बढती धन कमाने में है.
Beauty of merchant is badhti dhan kamaanen mein hai.
7.உழவர்க்கு அழகு இங்கு உழுது ஊண் விரும்பல்.
किसानों की खूब सूरती खेती करके खाने में है.
. Beauty of a former is to cultivate the land and eat.

8.மந்திரிக்கு அழகு வரும் பொருள் உரைத்தல்.
मंत्री की खूबसूरती भविष्यवाणी कहने में है.
.

Beauty of a minister is to tell about the future.

9.தந்திரிக்கு அழகு தறுகண் ஆண்மை.

सेनापति की खूबसूरती उसकी वीरता और निडरता में है.
Beauty of a captan is in his bravary and his fearlessness.

10.உண்டிக்கு அழகு விருந்தோடு உண்டல்.
भोजन करने में खूब सूरती मेहमानों के साथ खाने में है.

Beauty of eating food is eating with guests.

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