Thursday, August 2, 2012

तिरुक्कुरल में मनुष्य गुण।


 


तिरुक्कुरल  में  मनुष्य  गुण।


  1. अनुशासन  और  शील ही जीवन साथी है।
  2. मनुष्य की  चाह  दूर होगी   तो उसके कार्य में सफलता मिलेगी।
  3. आलसी मनुष्य के घर में ज्येष्ठा  देवी  वास करेगी। 
  4. शील और अच्छी चाल-चलन ही उत्थान का मार्ग है।शील और मान जान से श्रेष्ठ है।
  5. धर्म और वीर का साथी प्रेम है।
  6. अपनी विधि  को भी सतत प्रयास बदल सकता है। ईश्वर साथ न देने पर भी प्रयत्न साथ देगा।
  7. विधि की विडम्बना सबल है। विधि से बचने के प्रयत्न के पहले ही विधि अपनी क्रिया शुरू कर देगी।
  8.  सत्य बोलनेवाला  ही  तपस्वी और दानी से  श्रेष्ठ है.

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