धर्म सांसारिक सत्य को जानने में पथप्रदर्शक है।
धर्म,नीति ,अनुशासन आदि शब्द सत्य पथ को लक्ष्य करके ही
प्रयोग किया जाता है.
धर्म सत्य का अंश है.
उपदेश के नाम से कुछ धर्म के अंश
प्यार ,करुणा,,विनम्रता ,परोपकार,सत्य,अहिंसा,सदाचार ,आदि चारित्रिक
बातों पर जोर देना ही धर्म है.ये देश,काल,मत ,आदि से पार मनुष्यता पर
जोर देकर भ्रात्रु भावना जगाती है.
धर्म,नीति ,अनुशासन आदि शब्द सत्य पथ को लक्ष्य करके ही
प्रयोग किया जाता है.
धर्म सत्य का अंश है.
उपदेश के नाम से कुछ धर्म के अंश
प्यार ,करुणा,,विनम्रता ,परोपकार,सत्य,अहिंसा,सदाचार ,आदि चारित्रिक
बातों पर जोर देना ही धर्म है.ये देश,काल,मत ,आदि से पार मनुष्यता पर
जोर देकर भ्रात्रु भावना जगाती है.
No comments:
Post a Comment