कल्पना की सीढ़ी ---
एस अनंतकृष्णन, चेन्नई तमिलनाडु
तमिल हिंदी सेवा
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मानव की कल्पनाएँ ==मनितनिन कऱ्पनै
साकार होने पर -- वडिवम् आकुम् पोतु
जग कल्याण।। =उलकुक्कु नलम् ।
पक्षी को देखा, =पऱवैयैप्पार्त्तान्
उड़ने की कल्पना की। =पऱक्क कर्पनै चेय्तान्।
हवाई जहाज का आविष्कार किया। = विमानत्तै कंडुपिडित्तान्।
सोच विचार कल्पनाएँ -- चिंतनै ऍण्णंकल् कर्पनैकळ्।
नैतिक ग्रंथों की रचनाएँ।=नीतिनूल्कळिन पडैप्पुकळ्।
यथार्थवाद से आदर्शवाद --
यथार्थ वादत्तिल इरुंदु आदर्शवादम्।
कल्पना के कारण ही =कऱ्पनैयिन कारणमाक
कल्पना किंवदंतियाँ भी कऱ्पनै वदंतिकळ्।
फैलाती जग में। उलकिल परवुकिन्रन।
कल्पना में ही =कर्पनैयिलेये
अग जग की यात्रा=अखिल उलक यात्तिरै।
कर सकते हैं। चेय्य मुडियुम्।
प्रेम दर्शाने मेघदूत की कल्पना।
कादलै वेळिप्पडुत्त मेघदूत कऱ्पनै।
हंस दूत की कल्पना, अन्नत्तिन दूत कर्पनै।
बड़े बड़े काव्यों में =पेरिय काप्पियंकळिल्
प्रकृति का मानवीकरण। इयऱक्कैयिन मानित उरुवकम्।
चित्रपटों में षड्यंत्र की कल्पनाएँ। --
तिरैप्पडंकळिल् चूऴ्च्चिकळिन कर्पनै।
कल्पना जगत में =कर्पनै उलकिल्
पाप-पुण्य के डर से =पांव पुण्य भयत्ताल्
दान देना, =दानम् अळिप्पतु।
स्वर्ग नरक की कल्पना, =सुवर्ग नरक कल्पनै
अन्याय करने का भय। अनियायम् चेय्य अच्चम्।
रोगों को दूर करने के =नोय्कळैप्पोक्क
सोच विचार की कल्पनाएँ =, चिंतनै ऍण्णंकळिन कऱ्पनै।
नयी दवाओं का आविष्कार।। पुतिन मरुंतुकळिन कंडुपिडिप्पुकळ्।
रोग निदान करने =नोय कंडुपिडिक्क
औजारों का ईजाद। =करुविकळिन् कंडुपिडिप्पुकळ्।
आवागमन साधनों का पता।=पोक्कुवरत्तु साधनंगळ्
उर्वरकों का आविष्कार। उरंकळिन कंडुपिडिप्पुकळ्
कुएँ से पानी निकालने के =किनरुकळिल् इरुंदु तण्णीर वेळियेट्ऱ
यंत्रों का आविष्कार।=यंतिरंकळिन् कंडुपिडिप्पुकळ्।
कल्पना ही सोच-विचार = कऱ्पनैकळ् तान चिंतिक्क ऍन्नंकळिन
खोज साधनों का =आराय्च्चि साधनंकळिन
पता लगाने की प्रेरणा। =कंडुपिडिप्पुकळिन् तूंडुतल्।
पर केवल कल्पना से =आनंद वेट्रु कऱपनैयिल्
दाल न गलेगा। = परुप्पु वेकातु।।
कल्पना को साकार करने =कऱ्पनै वडिवमाक
के प्रयत्न ,सोच विचार ही पिरयत्तनम् चिंतनै ऍण्णंकळिल।
जगत कल्याण कर सकती है। = उलक नलन् चेय्यमुडियुम्।
शत्रु पर विजय की कल्पना से =विरोधिकलिन मीतु वॆट्रि कऱ्पनैयाल्
विजय नहीं, --=वेट्रि किडैयातु।
कल्पना को साकार करने =कर्पनैकळै वडिवमैक्क
सेनाओं का संगठन, =पडैकळै अमैत्तल्
अस्त्र-शस्त्रों की तैयारी। आयुतंकळ् एवुकणैकळ् तयार पडुत्त वैंडुम्।
सब कल्पना में ऍल्लाम् कर्पनैयिल्
न आएगा काम। =पयन्पडातु।
कल्पना को कार्यान्वित करने =कऱ्पनैकळै चेयल्पडुत्त
चाहिए तन मन धन और कठोर परिश्रम।
उडल् मनम् पणम् कठिन उऴैप्पु वेंडुम्।
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