Tuesday, July 15, 2025

कल्पना

 कल्पना की सीढ़ी ---

एस अनंतकृष्णन, चेन्नई तमिलनाडु 

तमिल हिंदी सेवा 

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मानव की कल्पनाएँ ==मनितनिन कऱ्पनै

 साकार होने पर -- वडिवम् आकुम् पोतु

 जग कल्याण।। =उलकुक्कु नलम् ।

 पक्षी को देखा, =पऱवैयैप्पार्त्तान्

 उड़ने की कल्पना की। =पऱक्क कर्पनै चेय्तान्।

हवाई जहाज का आविष्कार किया। = विमानत्तै कंडुपिडित्तान्।

 सोच विचार कल्पनाएँ -- चिंतनै ऍण्णंकल् कर्पनैकळ्।

नैतिक ग्रंथों की रचनाएँ।=नीतिनूल्कळिन पडैप्पुकळ्।

 यथार्थवाद से आदर्शवाद  --

यथार्थ वादत्तिल इरुंदु आदर्शवादम्।

कल्पना के कारण ही =कऱ्पनैयिन कारणमाक

 कल्पना किंवदंतियाँ भी  कऱ्पनै वदंतिकळ्।

 फैलाती जग में। उलकिल परवुकिन्रन।

 कल्पना में ही  =कर्पनैयिलेये

अग जग की यात्रा=अखिल उलक यात्तिरै।

 कर सकते हैं। चेय्य मुडियुम्।

प्रेम दर्शाने मेघदूत की कल्पना।

 कादलै वेळिप्पडुत्त  मेघदूत कऱ्पनै।

 हंस दूत की कल्पना, अन्नत्तिन दूत कर्पनै।

बड़े बड़े काव्यों में  =पेरिय काप्पियंकळिल्

 प्रकृति का मानवीकरण। इयऱक्कैयिन मानित उरुवकम्।

 चित्रपटों में षड्यंत्र की कल्पनाएँ। --

तिरैप्पडंकळिल् चूऴ्च्चिकळिन कर्पनै।

कल्पना जगत में  =कर्पनै उलकिल् 

 पाप-पुण्य के डर से =पांव पुण्य भयत्ताल्

 दान देना, =दानम् अळिप्पतु।

स्वर्ग नरक की कल्पना, =सुवर्ग नरक कल्पनै

अन्याय करने का भय। अनियायम् चेय्य अच्चम्।

 रोगों को दूर करने के  =नोय्कळैप्पोक्क

 सोच विचार की कल्पनाएँ =, चिंतनै  ऍण्णंकळिन कऱ्पनै।

 नयी दवाओं का आविष्कार।। पुतिन मरुंतुकळिन कंडुपिडिप्पुकळ्।

 रोग निदान करने =नोय कंडुपिडिक्क

 औजारों का ईजाद। =करुविकळिन् कंडुपिडिप्पुकळ्।

 आवागमन साधनों का पता।=पोक्कुवरत्तु साधनंगळ्

 उर्वरकों का आविष्कार। उरंकळिन कंडुपिडिप्पुकळ्

 कुएँ से पानी निकालने के =किनरुकळिल् इरुंदु तण्णीर वेळियेट्ऱ

 यंत्रों का आविष्कार।=यंतिरंकळिन् कंडुपिडिप्पुकळ्।

कल्पना ही सोच-विचार  = कऱ्पनैकळ् तान चिंतिक्क ऍन्नंकळिन

 खोज साधनों का  =आराय्च्चि साधनंकळिन 

पता लगाने की प्रेरणा। =कंडुपिडिप्पुकळिन् तूंडुतल्।

 पर केवल कल्पना से =आनंद वेट्रु कऱपनैयिल्

 दाल न गलेगा। = परुप्पु वेकातु।।


कल्पना को साकार करने =कऱ्पनै वडिवमाक

 के प्रयत्न ,सोच विचार ही पिरयत्तनम् चिंतनै ऍण्णंकळिल। 

 जगत कल्याण कर सकती है। = उलक नलन् चेय्यमुडियुम्।


 शत्रु पर विजय की कल्पना से =विरोधिकलिन मीतु वॆट्रि कऱ्पनैयाल्

 विजय नहीं, --=वेट्रि किडैयातु।

 कल्पना को साकार करने =कर्पनैकळै वडिवमैक्क

 सेनाओं का संगठन, =पडैकळै अमैत्तल्

 अस्त्र-शस्त्रों की तैयारी। आयुतंकळ् एवुकणैकळ् तयार पडुत्त वैंडुम्।

 सब कल्पना में  ऍल्लाम् कर्पनैयिल्

 न आएगा काम। =पयन्पडातु।

कल्पना को कार्यान्वित करने =कऱ्पनैकळै चेयल्पडुत्त

चाहिए तन मन धन और कठोर परिश्रम।

उडल् मनम् पणम् कठिन उऴैप्पु वेंडुम्।


 


 



 


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Monday, July 14, 2025

வேற்றுமை ஒற்றுமை

 भारत की विशेषता --अनेकता में एकता।

 பாரதத்தின் சிறப்பு  --வேற்றுமையில் ஒற்றுமை 


 मैं भारतीय हूँ, ==நான்  பாரநாட்டவன்

 पर देखते ही पता चल जाता, =ஆனால் பார்த்ததும் தெரிந்து விடும் 

 मैं दक्षिण का हूँ। நான் தென்னிந்தியத்.

 मैं भारतीय हूँ, நான் பாரத நாட்டின் 

देखते ही पता चल जाता,=பார்த்ததும் தெரிந்து விடும் 

 मैं उत्तर भारतीय हूँ।=நான் வடபாரதத்தவன்

 मैं दक्षिण का हूँ==

நான் தென்பாரதத்தவன் 

 मेरे उच्चारण से ही पता चल जाता,

என் உச்சரிப்பில் தெரிந்து விடும் 

 मैं केरल का हूँ या तमिल का,

நான் கேரளாவா? தமிழா?

 तेलुगू का या कन्नड़ का। 

தெலுங்கா கன்னடமா?

 भोजन खाते समय भी पता चल जाता 

உணவு அருந்தும் போதே தெரிந்து விடும்.

मैं किस प्रांत का हूँ।

நான் எந்த மாநிலத்தின் என்று.


 बोली से पता चल जाता  =பேச்சில் தெரிந்து விடும்


  मैं उत्तर तमिलनाडु वासी हूँ =நான் வட தமிழ் நாடு வாசியா

या  அல்லது 

दक्षिण तमिलवासी हूँ। தென் தமிழ் வாடியா?

 तमिलनाडु के चेन्नई वासी हूँ या मदुरै शहर वासी या कोयंपुत्तूरवासी या तिरुनेलवेली वासी या कन्याकुमारी वासी।

தமிழ் நாட்டு சென்னை வாசியா

மதுரை வாசியா

 भाषा तो एक  है,

மொழி ஒன்று தான்

 पर स्थानीय कुछ शब्द और उच्चारण भेद दिलाता है।

அதனால் உள்ளூர் சில சொற்கள் 

உச்சரிப்பு வேற்றுமை தருகிறது.

 वैसे ही जातिभेद के कारण  उच्चारण में और 

 शब्दों में भेद। சொற்களில் வேறுபாடுகள் 

 भात को सादम कहने के ब्राह्मण, 

 சோறை சாதம் என்னும் பிராமணர்கள்

लैस कहनेवाले युवक 

ரைஸ் என்று சொல்லும் இளைஞர்கள்.

चोऱु कहने के अब्राह्मण,

 சோறு என்று சொல்லும் அந்தணர்கள் இல்லாதவர்கள்.

 रस को रसम् कहनेवाले व 

ரசத்தை ரசம் என்பவர்கள் 

 चाट्रमुदु कहनेवाले ऐयंकार।

 சாற்றமுது என்று சொல்லும் ஐயங்கார் 

 शिव भक्तों में उप-शाखाएँ,

சிவ பக்தர்களில் உப கிளைகள்

 वैष्णव भक्तों में उप-शाखाएँ,

வைஷ்ணவ பக்தர்களில் உப கிளைகள்

 दक्षिण कला, उत्तर कला

தென்கலை ,வடகலை

 भगवान तो एक है,

 கடவுள் ஒருவரே 

 आराधना में,  =ஆராதனையில் 

तिलक लगाने में,=பொட்டு வைப்பதில் 

 तिलक के आकार में भेद। பொட்டின் வடிவத்தில் வேறுபாடு

 गिरिजा घरों में  -சர்ச்களில்

 केतलिक, प्रोटोस्टडेंट, सेवंतडे अडवेंचरिस्ट,

கேலிக் ப்ரோடஸ்ஸ்டண்ட் செல்வந்தர் டே அட்வென்சரிஸ்ட்

 तमिल चर्च  தமிழ் சர்ச் கள்

 मुगल धर्म भेद । முகலாய மதத்தில் வேறுபாடு.

 नास्तिकता  நாத்திகம்

 भेद ही भेद। வேற்றுமையே வேற்றுமை

   असंख्य प्राकृतिक भेद।

அதிகமான இயற்கை வேறுபாடுகள் 


  पर एकता है विचारों में सोच में,

 ஆனால் ஒற்றுமை எண்ணங்களில்

 भारतीय संस्कृति संस्कार में,

 இந்தியப் பண்பாட்டில் சடங்குகளில்

 भारतीय  हूं कहने में।

இந்தியன் என்று சொல்வதில்.

 सारे जहां से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा हमारा,

 பாருக்குள்ளே நம்ம நாடு பாரத நாடு 

 हम बुलबुलें हैं इसकी ,

 நாம் இதில் வண்ணப் பறவைகள்

यह गुलिस्तां हमारा।

 இது நமது தோட்டம்

 गाने में अति गौरवान्वित हैं 

இதை பாடுவதில் கௌரவம்

हर भारतवासी। ஒவ்வொரு இந்தியனுக்கும்

झंडा ऊँचा रहे हमारा,

 நமது கொடி உயர் பிறக்கட்டும் 

 गाने में , பாடுவதில் 

 झंडे की रक्षा में -கொடியை காப்பதில்

 देश की एकता =நாட்டின் ஒற்றுமை க்கு

अभी चेंदूर युद्ध में देखने को मिला।

இப்பொழுது செந்தூர் போர் பார்க்க கிடைத்தது.

 सनातनधर्मियों की सहनशीलता,

சனாதன தர்மத்தின் சகிப்புத்தன்மை 

 विधर्मियों की सुविधाएँ

 அன்னிய மதத்தவர்களுக்கு வசதிகள் 

 एकता के  है प्रमाण।।

 ஒற்றுமைக்கு சான்று.

एस.अनंतकृष्णन, चेन्नई तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक द्वारा स्वरचित भावाभिव्यक्ति रचना

Sunday, July 13, 2025

हिंदी तमिऴ् सेवा

 तमिऴ्  हिंदी सेवा 

தமிழ் ஹிந்தி பணி



1.करो या मरो। 

=चेय अल्लतु चेत्तु मडि।


2.स्वतंत्रता हमारा जन्म सिद्धअधिकार=सुतंतिरम् नमतु पिऱप्पुरिमै।


3.धर्म करना चाह = अऱम् चेय विरुंबु।


4.=कंजूसी की संपत्ति बुरों के हाथ में ==ईयार तेट्टै तीयोर कोऴवर।



5.जिओ और जीने दो=

 वाऴु वाऴ विडु।


एस. अनंत कृष्णन, चेन्नई तमिलनाडु द्वारा हिंदी तमिऴ सेवा

Thursday, July 10, 2025

कृषक --विवसाई

 धरती पुत्र किसान 

हिंदी तमिऴ सेवा

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एस. अनंतकृष्णन, चेन्नई तमिलनाडु 

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 मानव पशु , ==मनित मिरुगम,

पाषाण युग में  = कऱ्कालत्तिल

कच्चा माँस खाता। = पच्चै मामिसम् साप्पिडुवान।

आवारा रहा। =नाडोडियाक इरुंदान्।

एक जंगल  = ऒरु काट्टै

खाली करके  =काली चेय्तु

जंगल जंगल भटकता। =काडु काडाक वऴितॆरियामल् चुट्रुवान्।

मानव सभ्य बना तो = मनितन् नागरीको माक आधान ऍन्ऱाल

कारण धरती पुत्र किसान। -=कारण निल मकन्  विवसाई।


 किसान  मानव को ==विवसाई मनितनै

  चलते फिरते जानवर जीवन =नडमाडुम मिरुग वाऴ्क्कै 

मनुष्य को  -मनितनै

 सभ्य बनाया, =नागरीको माक्किनान।

 एक ही स्थान में  =ऒरे इडत्तिल

 खेती करके बसाया। =विवसायम चेय्तु कुडियमर्त्तिनान।।

संस्कार दिया। -=- चडंगुकळै कोडुत्तान।

 मनुष्य को क्षुधा  =मनितनिन्  पसियैप्

पूर्ति करके  == पूर्ति चेय्तु

 इधर उधर भटकने से बचाया।=

इंगुम अंगुम् अलैंदु तिरिवतिल इरुंदु  काप्पाट्रिनान् ।।

 परिणाम =विळैवाक

पेट भरने के बाद  =वयिरु निऱैंद पिन्

 सोचने विचारने लगा। =चिंतिक्क ऍण्णत्तोडंगिनान।

 आग का उपयोग, =नेरुप्पिन उपयोगम्

 चक्र का पता, =चक्करत्तिन कंडुपिडिप्पु

 अपने अपने समाज =तन तन समुदायत्तै

 समाज सुरक्षा -=समुदाय पादुकाप्पै

 मानव एकता। =मानित ऒट्रुमैयै

 विचारों की एकता  -=ऍण्णंगलिन ओट्रुमैयै

 भाईचारा भाव! -सहोदरत्तुवत्तै

 धरती पुत्र किसान न तो --भूमियिन मैंने विवसाई इल्लै ऍन्राल

 मानव असभ्य==मनितन अनागरीकमुल्लवन्

 जंगली जानवर ही है जान। =काट्टु मिरुकम् ऍन तेरिंदुकोळ्।

 सोना, चाँदी, ==तंगम्, वॆळ्ळि

उद्योग,पद,धन =उत्तियोगम्, पदवि,सेल्वम्

 भूखे के सामने== पसियुळ्ळवन मुन

 धूल समान।। =दूसिक्कु समम्।

 भूखा भजन न गोपाला।

पसियिल भजनै चेय्य मडियातु।।

  सिद्धार्थ को एक  =सिद्धार्थरुक्कु

 अनपढ़ अहरी ने सिखाया। = पडिक्कात  इडैच्चि कऱ्पित्ताळ्

 लाल बहादुर शास्त्री ने = लाल बहादुर शास्त्री 

 नारा दिया -- मुऴक्कमिट्टार

"जय जवान,जय किसान"।

जय जवान, जय किसान।

 दोनों न तो मानव जीवन में= इरुवरुम् इल्लै ऍन्ऱाल्

 न अमन चमन जान्। अमैतियिल्लै तूरि़दुकोळ्।

 जय किसान,=जय किसान 

 धरती पुत्र, =निकल मकन् 

वह न तो मानव जीवन =अवन् इल्लै ऍन्राल्  मानित वाऴ्क्कै 

 अस्ती बंजर जानो।=ऍलुंबीक्कूडु तॆरिंदुकोळ्।

 किसानों को  --विसाई 

जय बोलो। वाऴ्क ऍन्ऱु चोल्।

 इस बात को =इंद विषयत्तै

गाँठ बाँधकर---मुडित्तु

 रख लो। =वैत्ततुक्कोळ्।

Sunday, July 6, 2025

वास्तविकता

 जीवन की सच्चाई 

तमिल हिंदी सेवा

सेवक :-

एस. अनंतकृष्णन, चेन्नई तमिलनाडु 

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जीवन की सच्चाई जानो,=वाऴ्क्कैयिन  उण्मै तेरिंदुकोळ्।

सत्य पथ से हटोगे नहीं। --सत्य पातैयिल  इरुंदु विलकाते।

 जगत मिथ्या, ब्रह्म सत्यं। उलकम् पोय्यानतु, ब्रह्म सत्यं।

 शरीर नश्वर, =उडल्  अऴियुम।

संसार नश्वर, =उलकम् अऴियुम

धन जोड़ों, ==धनम् घेर।

 तन उम्र के बढ़ते --ईडल वयतु अतिकरिक्क

 शिथिल हो जाएगा। --तळर्न्तु विडुम्

  भले ही करोड़ों के अधिपति हो, பல கோடிக்கணக்கில் அதிபதியாக இருந்தாலும் சரி

 जवानी वापस नहीं ला सकते।

இளமை திரும்பி கொண்டுவர முடியாது.

नब्बे साल में 

தொன்னூறு வயதில் 

 तेज नौ कदम रखना मुश्किल।

 வேகமாக ஒன்பது அடி வைப்பது கடினம்.

 शिक्षा में बीस साल,

கல்வியில் 20வருடம்

 नौकरी गृहस्थ जीवन में तीस साल,

வேலை குடும்ப வாழ்க்கை முப்பது வருடம்

 इसमें कितनी चिंताएँ,

இதில் எவ்வளவு கவலைகள்.

 सुपुत्र कुपुत्र की चिंता,

நல்ல கெட்ட மகன்கள் கவலை

 सुबहु कुबहू की चिंता 

 நல்ல மருமகள் கெட்ட மருமகள் கவலை.

 संतान होकर सुख दुख।

குழந்தைகள் இருந்தும் சுகம் துன்பம்.

 संतान न होने से दुख।

குழந்தைகள் இல்லா துன்பம்.

द्वि त्रिपत्नियों से दुख।

இரு மூன்று மனைவிகள் துன்பம்.

 धन जोड़कर उसकी रक्षा का दुख।

பணம் சேர்த்து பாதுகாக்கும் கவலை.

निर्धन का दुख।

பணம் இல்லை என்ற கவலை.

 साध्य असाध्य रोगों का दुख।

தீரும் தீரா நோய்களின் துன்பம்.

 प्राकृतिक कोप,

இயற்கை சீற்றங்கள்.

 सुमन,कुमन

நல்ல கெட்ட மனம்

 उपकार अपकार के दुख।

உபகாரம் அபகாரத்தால்துன்பம்.

 भ्रष्टाचार के पैसे हैं,

ஊழல் பணம் இருக்கிறது.

 कालाधन है

கருப்புப் பணம்  இருக்கிறது 

 उनको खुल्लमखुल्ला खर्च नहीं कर सकते।

அவைகளை வெளிப்படையாக செலவு  செய்ய முடியாது.

 अंत में धन धन धन

இறுதியில் பணம் பணம் பணம்

 जान बचाने काम न आएगा।

உயிர் காக்க உபயோகப்படாது.

भूलोक में ही स्वर्ग -नरक का जीवन।

பூலோகத்தில் ஸ்வர்க்க நரக வாழ்க்கை 

 यही है सच्चाई। இதுதான் உண்மை 

 नश्वर शरीर, नश्वर जगत,

அழியும் உடல் அழியும் உலகம்

नश्वर संसार की सृष्टियाँ।

அழியும் உலகம் படைப்புகள் 

 जगत मिथ्या, ब्रह्म सत्यं।

உலகம் பொய்யானது .

இறைவன் உண்மையானவன்

  मधुशाला माधुशाला का सुख अस्थाई जान।

மதக்கடைகள் பெண்கள் கடைகள்

சுகம் தற்காலிகமானது அறிந்து கொள்ள.

ध्यान में मन लगाओ,

தியானத்தில் மனதை ஈடுபடுத்து.

न पैसों की चिंता।

பணக்கவலை கிடையாது.

 मानसिक शांति, संतोष।

மன அமைதி மன நிறைவு 

 ब्रह्मानंद वर्णनातीत।

பிரம்மானந்தம் வர்ணிக்க முடியாது 

जानो समझो सच्चाई।

அறிந்து கொள். புரிந்து கொள்.உண்மையை.

यही यथार्थता जीवन में।

இதுதான் யதார்த்தம் வாழ்க்கையில்.

Saturday, July 5, 2025

विश्वास


नमस्ते वणक्कम् 

तमिल हिंदी सेवा।

एस.अनंतकृष्णन, चेन्नई तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक।

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 उम्मीद का दीया।   = नंबिक्कै विळक्कु।



एस.अनंतकृष्णन, चेन्नई।

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उम्मीद न तो --नंबिक्कै इल्लै ऍन्राल

 उत्साह नहीं, ---उऱ्चाहम् इल्लै 

 इच्छा नहीं, --विरुप्पम् इल्लै 

क्रिया नहीं, --चेयल् इल्लै 

 ज्ञान नहीं, -ज्ञानम् इल्लै 

जिज्ञासु -अऱियुम् आर्वम् 

 ज्ञान चक्षु प्राप्त = अऱिउक्कण पॆट्र

 मानव नहीं। =मनितन्  इल्लै।

  अपने प्रिय के असाध्य रोग ।= नम् अन्बानवरिध तीरा नोय।

 डाक्टर  विश्वास का दीया

मरुत्तुवर  नंबिक्कै विळक्कु

 जलाने पर खुश होते हैं,= 

ऍरित्ताल् मकिऴ्च्ची।

 जीना दुश्वार कहें तो = वाऴ्वतु कठिनम् ऍन्राल 

 भगवान पर विश्वास करते हैं ।= कडवुळ् मेल नंबिक्कै वैक्किऱोम्।

निराशा में आशा होने

अवनंबिक्कैयिल्  नंबिक्कै वर

 ईश्वर से प्रार्थना,= कडवुळिडम्  पिरार्थनै।

 ज़रा  आवश्यक है। कोंचम् तेवै।

 मानव प्रयत्न में  =मनित मुयर्चियिल्

  आशा है तो भी एक =  नंबिक्कै इरुंतालुम् ऒरु

 अमानुष्य शक्ति ही = मनितनुक्कु अप्पार्पट्ट शक्ति 

‌ सफ़ल असफल के कारण होते।=वेट्रि तोल्विक्कु कारणम् आकिरतु।

 रोगी की चिकित्सा  =नोयाळियिन् चिकिच्चै

 डाक्टर की आशा = मरुत्तुवरिन नंबिक्कै 

 ही प्रधान। =तान्  प्रधानम्।

 उम्मीद ही बल प्रदान करता है, =

नंबिक्कै तान बलम् अळिक्किरतु।

पहाड़ की चोटी पर पहुंचने,= मैं शिखरत्तै अडैय,


 समुद्र की गहराइयों में=   कडलिन आऴत्तिल 

 मोती वाले सीपी बटोरने =मुत्तु सिप्पी चेकरिक्क

 साहस के साथ  =तुणिच्चलुडन्

 विश्वास चाहिए कि  नंबिक्कै वेंडुम्।

 ज़रूर पहुँचेंगे, कट्टायम् अडैवोम्।

 अवश्य मोती मिलेगा। =कट्टायम् मुत्तु किडैक्कुम् 

चुनाव में लड़ेंगे तो  -तूरतलिल पोट्टियिट्टाल्

 जीतने की आशा --=वेट्रियिल् नंबिक्कै।

 न तो लड़ेंगे नहीं। °इल्लैयॆन्राल् पोट्टियिल्लै।


मानव का बल = मानित  बलम् 

उम्मीद में।== विश्वासत्तिल्। 

 प्रयत्न में हारने पर==मुयऱचियिल् तोट्राल्

 और प्रयत्न में  -- मेलुम् मुयर्चियिल् 

 जीतने की आशा =वॆट्रिपॆरुम् नंबिक्कै।

 निराशा होने पर  = अवनंबिक्कैयिल् 

‌आत्महत्या करने  =तऱकोलै  चेय्य 

मानव तैयार।= मनितन् तैयार।।

जवहरव्रत =जवाहर विरतम् 

  शत्रु से बचने की आशा न तो = ऍतिरिकळिडमिरुंदु

तप्पिक्क नंबिक्कै इल्लै येन्ऱाल्।

आग में कूदकर मर जाती

अग्नियिल् कुदित्तु  इरंदुविडुवार्कळ्

 अंतःपुर की महिलाएँ,

 अंतप्पुऱप्पॆण्कळ्।

यही नाउम्मीद का परिणाम।।

इतुतान नंबिक्कैयिन्मैयिन पलन्।

 प्रेमी या प्रेमिका न मिलने पर  = कातलन कातलि  किडैक्कविल्लैयेन्ऱाल् 

आत्महत्या, =तऱकोलै।

 परीक्षा में हारने पर आत्महत्या। ==तेर्विल तोट्राल तर्कोलै।

ये नाउम्मीद का परिणाम।

 इवै  नंबिक्कैयिन्मैयिन पलन्।

 साहसी के लिए, =तणिच्चल उळ्ळवनुक्कु

‌विश्वासी के लिए  =नंबिक्कैवुळ्ळवनुक्कु

 ज्ञानी के लिए  =ज्ञानिक्कु

 उम्मीद ही बल है। =नंबिक्कैये बलम्।

मनोबल, ==मनोबलम्

पद बल, =पदवि बलम् 

 नाते रिश्तों के बल=उट्रार उऱविनर बलम् 

 परंपरागत आर्थिक बल, =परंपरै पॊरुळाधार बलम् 

 सत्य का बल, -=सत्तियत्तिन बलम्

 आत्मबोध आत्मविश्वास आत्मज्ञान का बल,

आत्मबोधम् आत्मविश्वास में आत्मज्ञान बलम्

मानाव में आशा का संचार।=

मनितनुक्कु  ऩबिक्कै ओट्टम्।


 राष्ट्र कवि गुप्त के अनुसार  = देशीय कविज्ञर् गुप्तरिन पडि

 नर हो,न निराश करो मन को। =

 , मनतिल अवनंबिक्कैप्पडाते।

नर हो का मतलब है

मनितन् ऍन्ऱाल् पोरुळ्

 ज्ञान चक्षु वाले हो,

अऱिवुक्कण् उडैयवन्।

 आत्मबोध वाले हो,

आत्मबोधम् ईळ्ळवन्

 तुम में अमित बल है,

उनक्कुळ् अळविड मुडियात  बलम् उळ्ळतु।

उम्मीद का दीया जलाओ।

ऩबिक्कै विळक्कै एट्ऱू।

 असंभव को भी संभव करने की शक्ति है,

अस़भवत्तैयुम् सोभवमाक्कुम् शक्ति उळ्ळतु।

 देवों ने असुरों से जीतने==देवर्कळ् असुरर्कळै वॆल्ल

 दधिची मानव के चरण पकड़कर प्रार्थना की।

दधिचि मनितनिन् कालैप्पिडित्तु वेंडिनर।

मानव में अमित बल है,=मनितनिडत्तिल्अळविडमुडियात बलम् इरुक्किऱतु।

 आगे बढ़ने =मीन्नेऱ 

 उम्मीद का दीया जलाओ।= नंबिक्कै विळक्कै एट्रु।

 उम्मीद के प्रकाश में  = नोबिक्कै वॆळिच्चत्तिल्

 दुर्लभ भी सुलभ हो जाएगा।

दुर्लभमुम सलभमाकुम्।


 

 


 



 

 

 


Friday, July 4, 2025

मनुष्यता

 मानवता மனிதம்.


एस.अनंतकृष्णन, चेन्नई तमिलनाडु 

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अंतर नहीं , வேறுபாடல்ல.

पशु पक्षी मानव में, கால்நடை பறவை மனிதனில் 

भूख,काम, क्रोध में बराबर।

பசி, காமம்,கோவம் அனைத்திலும் சமம்.

 मानव में भी आज भी कुछ आदीवासी जंगली

 जानवर तुल्य जीवन बिता रहे हैं।

 மனிதர்களிலும் சில ஆதி வாசிகள் காட்டுவாசிகள்

மிருகத்திற்கு ஒப்பான வாழ்க்கை வாழ்கின்றனர்.


 फ़र्क मानव ज्ञानचक्षु प्राप्त जीव है।

வேறு பாடு மனிதன் அறிவுக் கண் பெற்ற ஜீவன்.

 जानता है  தெரியும்

 நல்லது என்ன? கெட்டது என்ன?

भला क्या? बुरा क्या?



सत्य क्या? असत्य क्या?

சத்தியம் என்ன?

அசத்தியம் என்ன?

धर्म क्या ? अधर्म क्या?

தர்மம் என்ன? அதர்மம் என்ன?


हिंसा क्या? अहिंसा क्या?

இம்சை என்ன? அஹிம்சை என்ன?


उपकार क्या? अपकार क्या?

உபகாரம் என்ன? அபகாரம்என்ன?

अतः मानव मानवता के कारण श्रेष्ठ जीवन है।

ஆகையால் மனிதன் மனிதத்துவத்தின் காரணமாக மேன்மையான வன்.

मानवता या इन्सानियत क्या है?

மனித நேயம் என்ன?

मानवीय गुणों से जीना।

மனித குணத்துடன் வாழ்வது.

 भलमानसाहस,

நல்ல மனது

 दूसरों के लिए जीना,

மற்றவர்களுக்காக வாழ்வது.

 दीन दुखियों की सेवा करना,दान देना,

ஏழை இன்னல் உறுவோருக்கு  சேவை செய்வது தானம் அளிப்பது 


 तन, मन,धन से

உடல்,மனம், செல்வத்தால்

 देश की ही नहीं,

நாட்டுக்கு மட்டுமல்ல

 अपने समाज की,

நமது சமுதாயத்திற்கு

अंतर्राष्ट्रीय हित की,

பன்னாட்டு நன்மைக்கு

 अपने देश की ,

நம் நாட்டிற்கு 

 सर्वे जना सुखिनो भवन्तु।

அனைத்து மக்களும் சுகமாக இருக்க

वसुधैव कुटुंबकम्।

 வையகம் ஒரு குடும்பமாக 

मानवता अपनाना। மனிதநேயத்தை ஏற்றல்

अहिंसा, शांति, 

அஹிம்சை சாந்தி 

विश्वशांति  உலக அமைதி

 के कार्य करना, பணிபுரிதல்

 अनुशासन से रहना, ஒழுக்கத்துடன் இருத்தல் 

चरित्रवान बनना, குணமுள்ளவனாக இருத்தல் 

तटस्थ रहना, பல நடு நிலைமையுடன் இருத்தல் 

आत्मज्ञान पाना

ஆன்ம அறிவு பெறுதல் 

 भेदभाव राग-द्वेष रहित जीना।

வேற்றுமை உணர்வு அன்பு வெறுப்பு இன்றி வாழ்தல் 


 ये गुण और मनुष्यता न तो

இந்த குணங்களும் மனித நேயமும் இல்லை என்றால் 

 मानव पाषाण युग का மனிதன் கற்கால மனிதன்

पशु तुल्य जीवन जान।

 கால்நடைகளுக்கு ஒப்பான வாழ்க்கை தெரிந்து கொள்ள.