Wednesday, October 21, 2015

जो औरों ने नहीं बतायी;

 सोचो; विचारों; आगे बढो;
क्या सोचना है? क्या करना है ?
वही हमारी परेशानी है;
पल पल में बदलता हैं संसार.
किसी की बुद्धि किसी का ज्ञान ,किसी का आविष्कार
उन्हीं को दोहराने से हम जी रहे है.
हमारा अपना नहीं जग को छोड़ने के लिए
हम अपना सोचकर कुछ प्रकट करते हैं
बाद में पता चलता हैं  वह औरों की देन  है;
किसी की कहानी हमें सुनाने पर लगता है वह उन्हीं का
बाद में पता चलता है वह और किसी महान की है;
सोचते विचारते सब ऐसा ही लगता हैं
पुरानी  बातों का नया आवरण;

हमारा अपना क्या है ?
वही हमें सोचना विचारना है पर ऐसी कोई बात नहीं
जो औरों ने नहीं बतायी;

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