Monday, April 28, 2014

अव्वैयर avvai yaar

भारत की  प्राचीन  भाषा हैं  तमिल.
 इस भाषा के नीति ग्रन्थ
युग युगांतर  तक के लोगों के लिए अनुकरणीय  आदर्श ग्रन्थ  है.
इस भाषा के कवियों ने  सीधे ईश्वर के प्रतिनिधि बनकर  साक्षात भगवान के वर प्रसाद से रचना की है.
ऐसे ईश्वर के वर प्राप्त कवयित्री है अव्वैयार. उनकी एक कविता देखिये
:.

सोचो मत कभी, किसी की मदद करें तो

उसका प्रति उपकार मिलेगा कि नहीं?

मिलेगा  ही  उसका फल एक दिन.
-कब और कैसे?

सींचते  हो पानी  नारियल के पेड़ की  जड़ पर,
फल मिलते हैं ऊपर.

ऊंचे नारियल,
जड़ के चूसी जल से मधुर पानी देता है;
 वैसे  ही  फल  मिलेगा  एक दिन।

நன்றி ஒருவர்க்குச் செய்தக்கால் அந்நன்றி
என்று தருங்கோல் என வேண்டா - நின்று
தளரா வளர்தெங்கு தாளுண்ட நீரைத்
தலையாலே தான்தருத லால்.

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