Wednesday, July 7, 2021

आध्यात्मिकता

 नमस्ते ,वणक्कम।

हिन्द देश परिवार ,हिमाचल प्रदेश इकाई।
देव भूमि हिमाचल। विधा --मौलिक रचना ,मौलिक विधा
३-७-२०२१
भारत है आध्यात्मिक भूमि ,
कदम कदम पर देव भूमि ,
हर स्थान पर पवित्र कथा।
आ सेतु हिमाचल देव भूमि।
कैलाश से कार्तिकेय रूठकर दक्षिण आये।
राम सीता की तलाश में रामेश्वर आये ,
महाभारत के कुरुक्षेत्र युद्ध में सारे देश के वीर।
भक्ति तो द्राविड़ उपजी।
फिर भी हिमाचल एक अनुपम देव भूमि।
असंख्य मंदिर ,असंख्य मेले।
महाशिवरात्री के दिन अगजग की यात्री ,
इस विश्वास पर एकत्रित होते हैं कि
देवों की प्रिय भूमि पर ,
२०० से अधिक देव विराजमान होते हैं.
प्राकृति शोभा वर्णनातीत हैं ,
भारतीय मूल धर्म के अति सुन्दर मंदिर ,
नए धर्म के जैन ,बुद्ध, सिक्ख मंदिर।
हज़ारों के त्यौहार ,
भारतीय जीवन विरक्त धनि ,जिलादेश ,अभियंतक
मानसिक शान्ति के लिए ठहरते हैं।
ब्रजेश्वर मंदिर ,वैजनाथ मंदिर ,ज्वालामुखी मंदिर ,
चामुंडा मंदिर ,लक्ष्मी नारायण मंदिर ,चौरासी मंदिर ,
पराशर मंदिर ,त्रिलोकपुर मंदिर जैसे अनेक मंदिर।
मानसिक संतोष , आत्मसंतोष ,आत्मानंद ,ब्रह्मानंद परमानंद की
देवभूमि हिमाचल है स्वर्ग तुल्य।

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