Saturday, May 1, 2021

मजदूर

 नमस्ते वणक्कम।

हिमाचल इकाई साहित्य संगम।

मजदूर।

 अमेरिका में मजदूर कम।

 मजदूरी ज्यादा ,

हर काम खुद कर लेते।

 मशीनीकरण की दुनिया।

फिर भी बगैर मजदूर के 

काम नहीं चलता।

कूड़ा उठाना जरूरी।

नगर सफाई जरुरी।

 भारत में तो नौकर रखना 

बड़े गौरव की बात।।

  चपरासी के बगैर न कोई काम चलता जान।।

 वाशिंग मशीन में कपड़े डालने 

 निकालने ,बर्तन मांजने नौकरानी।

 अस्पतालों में वार्डवार।

 ग्रेवल , कंडक्टर ,मेहनती।

हर काम में मजदूर न तो

करना अति मुश्किल जान।

कार में से उतरने ,

दरवाजा खोलने के लिए भी नौकर।।

 बगैर नौकर के जीना मुश्किल।।

मजदूरों को नमस्कार।

शुभकामनाएँ।

स्वरचित स्वचिंतक एस अनंतकृष्णन चेन्नै तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक

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