Monday, May 24, 2021

अस्तित्व

 नमस्ते वणक्कम।

 अस्थाई भूलोक में

 अस्तित्व मिटाने की

 धमकी क्यों?

 अस्तित्व मिटाने भगवान तैयार।।

 शैशव  अस्तित्व मिटाकर,

  लड़कपन मिटाकर जवानी।

जवानी मिटाकर प्रौढ़ावस्था।

 प्रौढ़ावस्था मिटाकर बुढ़ापा।

 बुढ़ापे का अंत शव।।

 प्राकृतिक कोप

 सुनामी,भूकंप, सुनामी।

अब कोराना।

 अस्तित्व अपने आप मिटने,

 मिटाने मिटवाने सन्नद्ध।

 समयानुसार अस्तित्व ।

शतृ मिटा देते अस्तित्व।।

 बंदूक,बम,जहर, षड़यंत्र।

 खुद धर्मराज यम तैयार।।

स्वरचित स्वचिंतक एस अनंतकृष्णन चेन्नै तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक।



 


यो

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