Thursday, May 20, 2021

मृत्यु ही अंतिम सत्य

 समतावादी कलमकार साहित्य शोध संस्थान भारत।

विषय --मृत्यु ही अंतिम सत्य।

विधा मौलिक रचना मौलिक विधा।*******

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 कालिदास का ग्रंथ है,

 कालिदास नहीं।

 वाल्मीकि रामायण है,

वाल्मीकि नहीं।

, राम महिमा है,कृष्ण महिमा है, दोनों नहीं।

 बड़े बड़े किले हैं,

 बड़े बड़े मंदिर हैं

जिन्होने बनवाया ,

उनके नाम हैं वे नहीं।

अश्वत्थामा, हनुमान  चिरंजीवी हैं,वे नहीं।

मेरे परदादा नहीं,दादा नहीं,

 माता नहीं,पिता नहीं।

 राहुल हैं,राजीव नहीं, इंदिरा गाँधी नहीं, फेरोज़खान नहीं।

भारत है,भरत नहीं।

मृत्यु ही अंतिम सत्य है।।

स्वरचित स्वचिंतक एस अनंतकृष्णन चेन्नै तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक।

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