Thursday, August 2, 2012

इन्नानार्पतु ==दुख्चालीसा तमिल से हिंदी (६ से 20


इन्नानार्पतु ==दुख्चालीसा तमिल से हिंदी (६ से १०)

६.அற  மனத்தார் கூறுங் கடுமொழியு  மின்னா,
மற மனத்தார் ஞாட்பின் மடிந்தொழுகலின்னா
இடும்பை உடையார் கொடையின்னா வின்னா,
கொடும்பாடுடையார் வாய்ச்சொல்.

धर्म-पथ चाहक के
कठोर शब्द दुखप्रद है.

समर-भूमि में
 वीरों की आलसी दुखप्रद है.

दरिद्रों का दानी
 स्वभाव दुखप्रद है.

अत्याचारों के मौखिक
शब्द दुखप्रद है.


७.ஆற்றலிலா தான் பிடித்த படை இன்னா.
நாற்ற மிலாத மலரின்  அழ கின்னா. 
தேற்ற மிலாதான்  றுநிவின்னா வாங்கின்னா
மாற்ற மரியா நுரை.

दुर्बल   की सेना
दुखप्रद है.
गंध-हीन , फूल की शोभा.
 दुःख प्रद है.

बुद्धी हीनों का साहस
दुखप्रद है.--वैसे ही
उचित शब्दों के उत्तर देने में ,
असमर्थ का भाषण दुखप्रद है.

८.பகல் போலுநெஞ்சத்தார் பண்பின்மை இன்னா
நகையாய நண்பினார் நாரின்மை இன்னா.
இகலி நெலுன்தவ ரொட்டின்னா வின்னா
நயமின் மனத்தவர் நட்பு.
सूर्य -सा उज्ज्वल मन ,
गुण रहित हो तो
वह दुखप्रद है.

हँस-मुख  ,प्यार रहित मनवालों की दोस्ती हो तो
 दुखप्रद है.

रणभूमि में डरकर
भागना दुखप्रद है.

अन्यायियों की मित्रता
 दुःख प्रद  है.


९.
கள்ளிலா மூதூர் களிகட்கு நன்கின்னா.
வள்ளல்களின்மை பரிசிலர்க்கு முன்னின்னா.
வன்மை இலாளர் வனப்பின்னா,வாங்கின்னா
பண்ணில் புரவி பரிப்பு

बिन मधुशाला के प्राचीन ग्राम,
पियक्कड़ों को  दुखप्रद है.

बिन दानियों के स्थान,
भेंट चाहक कवियों को दुखप्रद है.

कंजूसों की संपत्ति
दुखप्रद है.

बिन लगान का
अश्व दुःख प्रद  है.


१०.பொருள் உணர்வா ரில்வழிப் பாட்டுரைத்த வின்னா,
இருள்கூர் சிறு நெறி தாந்தநிப்போக் கின்னா
அருளில்லார் தங்க செலவின்னா வின்னா
பொருளில்லார் வன்மை புரிவு.

  पद्यों का अर्थ
जानने -समझने के असमर्थ लोगों को
कविता सुनाना दुखप्रद है.

अन्धकार भरे मार्ग पर
अकेला जाना दुखप्रद है.

कंजूसों से दान
मांगना दुखप्रद है.

निर्धनियों के दान देने  की इच्छा
 दुखप्रद है.

दुःख चालीसा  =इन्ना नारपतु
இன்னா நாற்பது 


तमिल संघ साहित्य  के अंतिम संघ के
कील गणक्कू  के कवि कपिलर रचित 
ग्रन्थ  है इन्ना नार्पतु। 
अर्थ है दुःख चालीसा। 

हनुमान चालीसा भक्ति और मुक्ति का है.
अलौकिकता के लिए।
 दुःख चालीसा; 
 लौकिक जीवन के दुखों से 
बचने के लिए.
कवि का काल   50 ईसवी पूर्व  से 125 ईसवी पूर्व माना जाता है.

           
                 
   त्रिनेत्र शिव भगवान   के चरण स्पर्श करके
  प्रार्थना नहीं करनेवालों को दुःख होगा। 
  सुन्दर बलराम जिसका झंडा ताड़ का है,
 शोभायमान है,उसकी प्रार्थना न करना दुखप्रद है.
 चक्रधारी विष्णु को भूलनेवालों को दुःख ही शेष रहेगा। 

वैसे ही वेलायुध धारी कार्तिक को
प्रार्थना न  करनेवालों को दुःख ही होगा। 
संक्षेप में कवि का कहना है कि ईश्वर की प्रार्थना न करना दुःख देनेवाला है


2 .
बिन नाते -रिश्ते  के गृहस्थ जीवन की संपत्ति  दुखदायक है
.बिन बाप के अशिक्षित  पुत्र का जीवन दुखदायक है.
साधू-संत को  घर में रहकर भोजन करना दुखदायक है.
वेद-मंत्र निष्फल है तो दुःख दायक है.
ब्राह्मण के घर में मुर्गी और कुत्ता घुसना दुःखप्रद  है
.विवाहित स्त्री पति  की बात न मानना दुखप्रद है.
बिन किनारे की साडी पहनना दुखप्रद  है.
 प्रजा की रक्षा न करनेवाले  नरेश के राष्ट्र में रहना दुःखप्रद   है.
4 . 
अत्याचारी ,हत्यारे राजा के अधीन
जीना  दुःखप्रद  है.
अति बाढ़ की धारा में 
तैरना दुःखप्रद  है.
कठोर बोली बोलनेवालों के 
संघ में रहना दुःखप्रद  है
.अस्थिर चित्त वालों का 
जीवन दुखप्रद है.


5 . 
किसान को जोतने के लिए 
बैल न होना दुखप्रद है.
सेना  का पीठ दिखाकर
 भागना दुखप्रद है.
अति धनी  के क्रोध के 
पात्र बनना .दुखप्रद है.
अति बलवानों को अहित 
करना दुखप्रद है.
इन्नानार्पतु ==दुख्चालीसा तमिल से हिंदी (६ से १०)

.6 
धर्म-पथ चाहक  के 
कठोर शब्द दुखप्रद है.
समर-भूमि में
 वीरों की आलसी दुखप्रद है.
दरिद्रों का दानी
 स्वभाव दुखप्रद है.
अत्याचारों के मौखिक 
शब्द दुखप्रद है.
दुर्बल   की सेना 
दुखप्रद है.
गंध-हीन , फूल की शोभा.
 दुःख प्रद है.
बुद्धी हीनों का साहस
दुखप्रद है.--वैसे ही
उचित शब्दों के उत्तर देने में ,
असमर्थ का भाषण दुखप्रद है.
सूर्य -सा उज्ज्वल मन ,
गुण रहित हो तो 
वह दुखप्रद है.
हँस-मुख  ,प्यार रहित
मनवालों की दोस्ती हो तो
 दुखप्रद है.
रणभूमि में डरकर 
भागना दुखप्रद है.
अन्यायियों की मित्रता
 दुःख प्रद  है.

9 . 

बिन मधुशाला के प्राचीन ग्राम,
पियक्कड़ों  के लिए दुखप्रद है.
बिन दानियों के स्थान,
भेंट चाहक कवियों   के लिए दुखप्रद है.
कंजूसों की संपत्ति 
दुखप्रद है.
बिन लगान का 
अश्व दुःख प्रद  है.
10 
  पद्यों का अर्थ जानने -समझने के
असमर्थ लोगों को 
कविता सुनाना दुखप्रद है.
अन्धकार भरे मार्ग पर 
अकेला जाना दुखप्रद है.
कंजूसों से दान 
मांगना दुखप्रद है.
निर्धनियों के दान देने  की
इच्छा   दुखप्रद है.
11.
अप्रिय  दिलवाली पत्नी का कंधा दुखप्रद।
तंग दिलवालों   का संघ रहना दुखप्रद।
कामाधिकवालों के संघ रहना दुखप्रद।
जिसने कर्जा दिया ,उससे मिलने जाना दुखप्रद।
12
प्राण लेनेवाले घोर जंगल में जाना दुखप्रद।
जाल द्वारा जीनेवालों का दर्प दुखप्रद।
मांसाहार पसंद करना दुखप्रद।
स्तन रहित स्त्री का स्त्रीत्व चाहना दुखप्रद।
१३
घंटा रहित गज सवारी राजा के लिए दुखप्रद।
दुश्मन को सामना करने का साहस जिसमें नहीं ,
उसके वीर वचन दुःखप्रद।
जिस राजा मर्यादा का पात्र नहीं ,
उसका आदर करना दुखप्रद।
रोगियों के घर में जीना दुखप्रद।
14.
काले केस वाली अपने पति को ठगना दुखप्रद।
आम का गुच्छा पककर गिरना दुखप्रद।
प्रिय स्त्री को बिछुड़कर जाना दुःख प्रद।
जिनको जानना चाहिए ,उनको न जानना दुखप्रद।
15.
घासाहार अश्व पर नकेल के बिना सवार करना दुखप्रद।
अशिक्षित लोगों की क्रिया फल दुखप्रद।
अर्थहीन  की चाहें दुखप्रद।
सभा में सबके बीच लज्जित होना दुखप्रद।
16
.खाने में कंजूसी दिखाकर धन जोड़ना दुखप्रद।
दिली दुश्मनों के साथ रहना दुखप्रद।
अंधे का अति सुन्दर  शरीर दुखप्रद।
अनपढ़ों का गणित भी दुखप्रद।
17
.शिक्षितों की  सभा में अशिक्षित का जाना दुखप्रद।
अँधेरेमार्ग पर रात को चलना दुखप्रद।
दुखों को सहकर  न जीना दुखप्रद।
माता की देखरेख न कर रहना दुखप्रद है.
18 .विद्वानों का दुखी रहना दुखप्रद।
      वीरों के सामने वीरता दिखाना दुखप्रद।
    घने जंगल में जाना दुखप्रद।
    संकीर्ण मानसिक दरिद्रों का संघ दुखप्रद।
19 .
    भद्रकुल में जन्म लेकर शिक्षा न पाना दुखप्रद।
      अच्छे बीज खेत में बोकर न उगना दुखप्रद।
      सुन्दर स्त्रियों की निर्लज्जता दुखप्रद।
        चिढ़ते कुल में विवाह सम्बन्ध दुखप्रद।

20 . वर्षा ऋतु   में कोयल का मधुर  स्वर दुखप्रद।
        प्रेमहीनों का कठोर शब्द दुखप्रद।
        वर्षा न होना अति दुखप्रद।
        भैंस हल में  जोड़कर खेत जोतना दुखप्रद।



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